भारत ने पिछले साल मुख्य रूप से रूस से सूरजमुखी तेल खरीदा और यह आपूर्ति एक तिहाई बढ़कर 1.05 अरब डॉलर हो गई।
इसके साथ साथ सोयाबीन तेल की आपूर्ति भी 1.8 गुना तक उल्लेखनीय रूप से बढ़ी जो 187 मिलियन डॉलर रही। तेल के साथ बीन्स की आपूर्ति भी पहले से 78 गुना बढ़कर 34 मिलियन डॉलर हो गई।
इसके अलावा रूस द्वारा भेजे गए शेष उत्पादों की आपूर्ति 20 मिलियन डॉलर दर्ज की गई।
रूसी कृषि मंत्रालय के प्रमुख दिमित्री पत्रुशेव ने बताया कि पिछले दो वर्षों में, रूस अपने उत्पादों की आपूर्ति की शृंखला बदलने में कामयाब रहा है। वर्तमान में रूस सभी कृषि उत्पादों का 90% अपने मित्र देशों को भेजता है।
रूसी कृषि मंत्रालय के प्रमुख दिमित्री पत्रुशेव ने बताया कि पिछले दो वर्षों में, रूस अपने उत्पादों की आपूर्ति की शृंखला बदलने में कामयाब रहा है। वर्तमान में रूस सभी कृषि उत्पादों का 90% अपने मित्र देशों को भेजता है।
मंगलवार को Sputnik ने गणना की थी जिसके अनुसार, रूस और भारत ने 2023 में व्यापार कारोबार 1.8 गुना बढ़ाकर रिकॉर्ड 65 बिलियन डॉलर कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप मास्को नई दिल्ली का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बन गया है।