शनिवार को भारतीय वायुसेना ने एलान किया कि देश का रक्षा मंत्रालय ने Su-30MKI लड़ाकू जेट के अपने बेड़े के सिमुलेटर को अपग्रेड करने के लिए सैन्य उपकरणों के भारतीय निर्माता कंपनी से एक बड़ा समझौता किया है।
बयान में कहा गया, "आत्मनिर्भर भारत के स्थिर पथ रखते हुए रक्षा मंत्रालय ने आईएएफ के Su-30 MKI विमान के सिम्युलेटर को अपग्रेड करने के लिए भारतीय निर्माता कंपनी से 1 मार्च 2024 को अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) के नेतृत्व में इस अपग्रेड में भारतीय वायुसेना के पायलटों के लिए परिचालन प्रशिक्षण को बढ़ाने वाले सभी स्वदेशी हथियारों को और क्षमताओं को सम्मिलित किया जाएगा।"
वर्तमान में Su-30MKI विमान भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों के पूल का गढ़ हैं और अगले कुछ वर्षों में एक बड़े परिवर्तन के लिए तैयार होंगे।
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड Su-30MKI अपग्रेड प्रोग्राम का नेतृत्व कर रहा है, जो इसे नवीनतम एवियोनिक्स, एक नए मिशन कंप्यूटर, ब्रह्मोस मिसाइल का विस्तारित संस्करण सहित विकसित हथियार प्रणालियों से लैस करके एक अति आवश्यक प्रवर्तक बल प्रदान करेगा।
Su-30MKI ओवरहाल परियोजना की कुल लागत 8.3 लाख रुपये है। इस अपग्रेड के फलस्वरूप न मात्र फ़्लैंकर्स का जीवनकाल, बल्कि उनकी युद्धक क्षमताएं भी बढ़ेंगी, जिससे ये भारत के विरोधियों के लिए और भी अधिक घातक बन जाएंगे।