एसवीआर ने एक बयान में कहा, "बाइडन प्रशासन का उद्देश्य रूस के राष्ट्रपति चुनाव में मतदान के प्रतिशत को कम करना है। वाशिंगटन का मानना है कि अपील और साइबर हमलों के माध्यम से वे मतदान में कमी ला सकते हैं। मतदान में कमी पश्चिमी देशों को चुनाव के परिणामों पर सवाल उठाने का अवसर देगी।"
एसवीआर ने कहा कि वाशिंगटन की शह पर रूस में विपक्षी वेबसाइटें लोगों में राष्ट्रपति चुनाव को नजरअंदाज करने के संदेश भेज रही हैं।
बयान में कहा गया, "वाशिंगटन की शह पर रूसी विपक्ष द्वारा इंटरनेट संसाधनों के माध्यम से रूसी नागरिकों से चुनावों को नज़रअंदाज़ करने के लिए कॉल फैलाई जा रही हैं।"
रूसी संसद के ऊपरी सदन फेडरेशन काउंसिल द्वारा निर्धारित तिथि 17 मार्च, 2024 को राष्ट्रपति चुनाव आयोजित होंगे। मतदान 15, 16 और 17 मार्च को होगा। इसमें चार उम्मीदवार लड़ेंगे जिनमें लियोनिद स्लटस्की, निकोलाई खारितोनोव, व्लादिस्लाव दावानकोव और व्लादिमीर पुतिन शामिल हैं।