यूक्रेन संकट ने 1962 के क्यूबा मिसाइल संकट के बाद से पश्चिम के साथ मास्को के संबंधों में सबसे गहरा संकट पैदा कर दिया है। पुतिन अक्सर परमाणु युद्ध के खतरों के बारे में सचेत करते रहे हैं लेकिन उनका कहना है कि उन्हें कभी भी यूक्रेन में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की जरूरत महसूस नहीं हुई।
दरअसल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने पिछले महीने कहा था कि वे भविष्य में यूक्रेन में सैनिकों की तैनाती से इनकार नहीं कर सकते हैं, हालाँकि कई पश्चिमी देशों ने खुद को इससे दूर कर लिया है।
मीडिया द्वारा मैक्रॉन की टिप्पणी और रूस तथा नाटो के बीच संघर्ष के जोखिम और संभावना के बारे में पूछे जाने पर पुतिन ने चुटकी ली: "आधुनिक दुनिया में सब कुछ संभव है।"
पुतिन ने सोवियत संघ के बाद के रूसी इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल करने के बाद संवाददाताओं से कहा,“यह सभी के लिए स्पष्ट है कि यह पूर्ण पैमाने पर तीसरे विश्व युद्ध से एक कदम दूर है। मुझे लगता है कि इसमें शायद ही किसी की दिलचस्पी हो''।