अमेरिकी मीडिया आउटलेट बिजनेस इनसाइडर ने सोमवार को यूक्रेन संघर्ष पर खुलासा करते हुए बताया कि पूर्वोत्तर यूक्रेन में यूक्रेन को भारी नुकसान हुआ है।
साथ ही ब्रिटिश अखबार टाइम्स ऑफ लंदन द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में "लेमुर" नामक एक यूक्रेनी सैनिक की गवाही सामने आई है।
यूक्रेनी सैनिक ने बताया, "हम रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं, मोर्चे पर आगे बढ़ना तो दूर की बात है। हम बहुत लोगों को खो रहे हैं, वहाँ इतने शव हैं कि हम उन सभी को वापस भी नहीं ला सकते।"
पिछले महीने डोनेट्स्क प्रदेश के दक्षिणी शहर अवदेयेवका को यूक्रेनी नाज़ियों से मुक्त कराने के बाद रूस ने बढ़त हासिल की है।
रूस की इस सफलता के लिए उसकी हवाई श्रेष्ठता का बड़ा महत्त्व है। मास्को ग्लाइड बमों का व्यापक उपयोग करता है, जबकि यूक्रेन की वायु रक्षा क्षमताएं सीमित हैं। साथ ही रूसी रक्षा उद्योग निरंतर युद्ध सामग्री बना रहा है और रूस किलेबंदी के पीछे छिपे यूक्रेनी सैनिकों को बर्बाद कर सकता है।
पश्चिमी समाचार पत्रों ने पर्यवेक्षकों का हवाला देते हुए उम्मीद जताई है कि यूक्रेन की वायु क्षमता बढ़ाने के लिए अमेरिका द्वारा निर्मित F-16 लड़ाकू विमान यूक्रेन जल्द ही पहुचेंगे, लेकिन पश्चिमी समर्थकों के बहुप्रतीक्षित विमान कई महीनों तक नहीं आने वाले हैं।
हालांकि अधिकांश पश्चिमी नेता यूक्रेन के लिए निरंतर समर्थन को बढ़ावा देते हैं, स्लोवाक प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको का खयाल ज्यादा बुद्धिसंगत है। उन्होंने संघर्ष को समाप्त करने के लिए कूटर्नीति के रास्ते पर लौटने का आग्रह किया है।
फिको ने पश्चिमी पाखंड की आलोचना करते हुए कहा, "अगर आप शांति और स्लावों की हत्या को रोकने के पक्ष में हैं, तो आप पुतिन के आदमी हैं। लेकिन अगर आप यूक्रेन जंग में यूरोपीय संघ और नाटो को शामिल करने और लोगों के मारे जाने के पक्ष में हैं, तो आप सही आदमी हैं।"