शोइगू ने वरिष्ठ सैन्यकर्मियों के साथ बैठक में कहा, "इस दौरान यूक्रेन की सेना ने 71 हजार से अधिक सैनिकों और विभिन्न प्रकार के लगभग 11 हजार हथियारों को खो दिया है। यह पिछले वर्ष की तुलना में लगभग तीन गुना अधिक है।"
मंत्री ने कहा कि यूक्रेन ने चार अब्राम्स टैंक, पांच लेपर्ड टैंक, छह HIMARS रॉकेट लॉन्चर सिस्टम और पांच पैट्रियटस मिसाइल रक्षा प्रणालियों को भी खो दिया है।
सीमा के पास यूक्रेन के 3,501 सैनिक खत्म
शोइगू ने कहा कि बेलगोरोड और कुर्स्क क्षेत्रों में रूसी सीमा पर हमलों के दौरान यूक्रेन ने 3,501 सैनिकों को खो दिया।
शोइगू ने कहा, "सबसे सक्रिय लड़ाई कोज़िंका क्षेत्र में हुई थी। दुश्मन के सभी हमलों को सफलतापूर्वक विफल कर दिया गया। आठ दिनों की भीषण लड़ाई के दौरान यूक्रेनी सशस्त्र बलों को 3,501 लोगों की हानी हुई, जिनमें से 790 लोग मारे गए थे।"
रूस की सफलता से चिंतित अमेरिका
मंत्री ने कहा कि अमेरिका विशेष अभियान क्षेत्र में रूस की सेना की उपलब्धियों को लेकर बेहद चिंतित है।
शोइगू ने कहा, ''अमेरिका और उसके सहयोगी देश रूसी सशस्त्र बलों की सफलता से बेहद चिंतित हैं। उनके लिए पश्चिमी समुदाय के सामने यूक्रेन के सशस्त्र बलों को अतिरिक्त धन, हथियारों और गोला-बारूद की आपूर्ति की आवश्यकता को उचित ठहराना कठिन होता जा रहा है।''
रूस के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान यूक्रेन का कहर
शोइगू ने कहा कि रूसी वायु रक्षा ने रूस के राष्ट्रपति पद के मतदान के तीन दिनों के दौरान यूक्रेनी सैनिकों द्वारा रूसी लक्ष्यों के खिलाफ लॉन्च किए गए 419 ड्रोन और 67 मिसाइलों को मार गिराया।
शोइगू ने एक मंत्रिस्तरीय बैठक में कहा, "रूसी सेना ने सरकारी और सामाजिक बुनियादी ढांचे की संपत्तियों के आसपास सुरक्षा मजबूत की, आतंकवादी कृत्यों को रोकने के लिए वायु रक्षा क्षमताओं को बढ़ाया। चुनाव के दौरान 419 यूएवी और 67 मिसाइलों को मार गिराया गया।"
सर्गेई शोइगू ने कहा कि यूक्रेनी सशस्त्र बलों ने अपने पश्चिमी सैन्य सलाहकारों की मौन स्वीकृति से पिछले सप्ताह के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान पूरे रूस में मतदान स्थलों को निशाना बनाया। "उन्होंने जानबूझकर मतदान स्थलों और सरकारी संस्थानों को निशाना बनाया, जबकि वहाँ सामान्य नागरिक मौजूद थे। यूक्रेनी सशस्त्र बलों की कमान और उनके पश्चिमी सलाहकार दोनों को यह पता था।"