मीडिया के अनुसार “जिद” के लिए अपने उत्तराधिकारी मोहम्मद मुइज्जु की आलोचना करते हुए मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहीम मोहम्मद सोलिह ने सलाह देते हुए उनसे भारत के साथ संबंध सुधारने का आग्रह किया है।
“मुझे यकीन है कि हमारे पड़ोसी मदद करेंगे। हमें जिद्दी होना बंद करके बातचीत शुरू करनी चाहिए। बहुत सारी पार्टियां हमारी मदद कर सकती हैं। लेकिन वे (मुइज्जु) समझौता करना नहीं चाहते। मुझे लगता है कि वे (सरकार) स्थिति को अब समझने लगे हैं,” सोलिह ने कहा।
रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने सरकार द्वारा लोगों को "धोखा देने" और मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) सरकार द्वारा आरंभ की गई परियोजनाओं को "फिर से शुरू करने" का आरोप लगाया है। पूर्व राष्ट्रपति ने साथ ही कहा कि मंत्री अब "पिछले झूठों को छुपाने के लिए झूठ" बोल रहे हैं।
सोलिह की टिप्पणी मुइज्जु की मालदीव की अर्थव्यवस्था को बनाए रखने में वित्तीय समस्याओं का हवाला देते हुए भारत से मदद पाने की आपिल के तुरंत बाद की गई। पूर्व राष्ट्रपति का कहना है कि मालदीव को जिन वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, वह भारतीय ऋण के कारण नहीं है।