रूस के एफपीवी ड्रोन ऑपरेटरों ने लॉडिर नामक एक भ्रामक सुरक्षा प्रणाली प्राप्त की है, जो ड्रोन गणनाओं की नकल करती है और इस तरह यूक्रेन की सेना द्वारा वास्तविक लक्ष्यों की खोज को गंभीर रूप से जटिल बनाती है। रूस के एकीकृत मानवरहित समाधान विकास केंद्र के महानिदेशक दिमित्री कुज्याकिन ने Sputnik को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा, "हमने अपने एफपीवी ऑपरेटरों की सुरक्षा के लिए लॉडिर प्रणाली बनाई है। यह एक नकली ड्रोन ऑपरेटर है, जो हवा में एफपीवी डिवाइस एप्लिकेशन की पूरी तरह नकल करता है। इसमें एक नकली नियंत्रण कक्ष, एक वीडियो ट्रांसमिशन रेडियो चैनल मॉड्यूल और एक रिमोट शटडाउन टूल है, इसलिए लॉडिर हर समय कार्य नहीं करता है, अपितु मात्र तभी कार्य करता है, जब हमें इसकी आवश्यकता होती है।"
कुज्याकिन ने कहा कि यह प्रणाली का निर्माण इसलिए किया गया है, क्योंकि आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक टोही उपकरण एफपीवी ड्रोन के लॉन्च बिंदु को त्वरित रूप से निर्धारित कर सकते हैं, भले ही उसमें जीपीएस स्थापित न हो।
कुज्याकिन ने समझाया, "अगर आप मात्र अपना एफपीवी ड्रोन लॉन्च करते हैं, तो यह एक अंधेरे कमरे में एक उज्ज्वल दीपक को प्रज्वलित करने जैसा है। इसे तोड़ना बहुत आसान है, लेकिन अगर आप एक ही क्षमता के कई दर्जन बल्ब चालू करते हैं, तो वांछित लक्ष्य की प्राप्ती निर्धारित करना बेहद मुश्किल हो जाता है।"
दिमित्री कुज्याकिन ने जोर दिया कि आज यूक्रेन रूसी एफपीवी ऑपरेटरों के लिए मानव रहित प्रणाली संचालन के सबसे उत्कृष्ठ भाग के रूप में लक्षित आखेट कर रहा है। उपकरण को बहाल किया जा सकता है, परंतु लोगों का अनुभव और उनके प्रशिक्षण पर व्यय किया गया समय की आपूर्ति नहीं की जा सकती।