एशियाई विकास बैंक (एडीबी) द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान एशिया में रहने के लिए सबसे महंगा देश बनकर उभरा है ।
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान मुद्रास्फीति के अत्यधिक उच्च स्तर का सामना कर रहा है। आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि इसकी अर्थव्यवस्था महाद्वीप के उभरते बाजार देशों के मध्य सबसे धीमी गति से बढ़ रही है।
चालू वित्त वर्ष में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था 1.9 फीसदी की दर से बढ़ने की संभावना है।
ज्ञात है कि पाकिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था को चलायमान रखने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से अरबों डॉलर का बेलआउट पैकेज प्राप्त करने की प्रक्रिया में है।
पिछले वर्ष पाकिस्तान एक संप्रभु डिफ़ॉल्ट देश घोषित होने के कगार पर था, विदेशी मुद्रा भंडार खतरनाक स्तर तक गिर गया था, जो मात्र तीन सप्ताह तक आयात को बनाए रखने के लिए पर्याप्त हो सकता था।
पाकिस्तान जैसे तैसे इस स्थिति से उबर पाया है। यह आंशिक रूप से चीन से प्राप्त वित्तीय सहायता और मध्य पूर्वी साझेदार सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात द्वारा प्रदान किए गए भुगतान विस्तार के कारण संभव हुआ।