ईरान द्वारा इजराइल पर मिसाइल हमले के बाद रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि ईरान ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के तहत मान्यता प्राप्त आत्मरक्षा के अपने अधिकार का प्रयोग किया है। मंत्रालय ने साथ ही चेतावनी दी कि मध्य पूर्व में अनसुलझे संकट और पश्चिमी शक्तियों की दुर्व्यवहार से तनाव और बढ़ने का खतरा पैदा हो सकता है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "14 अप्रैल की रात को इजराइल पर बड़ी संख्या में मिसाइलें और ड्रोन दागे गए। ईरानी विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह कार्रवाई एक अप्रैल को इजराइल द्वारा दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के तहत आत्मरक्षा में की गई।"
आगे यह भी कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद पश्चिमी देशों के रवैया के कारण इजराइल द्वारा ईरान के वाणिज्य दूतावास पर इस हमले पर उचित प्रतिक्रिया देने में असमर्थ रही।
मंत्रालय ने कहा कि रूस क्षेत्र (मध्य पूर्व) में एक और खौफनाक वृद्धि के बारे में अपनी अत्यधिक चिंता व्यक्त करता है। मास्को ने बार-बार चेतावनी दी है कि मध्य पूर्व में कई संकटों को हल करने में विफलता तनाव बढ़ जाएगा। इसमें शामिल सभी पक्षों को संयम बरतने की जरूरत है। रूस को उम्मीद है कि क्षेत्रीय देश राजनीतिक और कूटनीतिक तरीकों से मौजूदा समस्याओं का समाधान करेंगे।