रूस के आर्थिक विकास उप मंत्री व्लादिमीर इलिचेव रूसी-भारतीय निवेश फोरम में कहा कि रूस और भारत को द्विपक्षीय व्यापार में असंतुलन को कम करने की जरूरत है ताकि इसे और अधिक स्थिर और पूर्वानुमानित बनाया जा सके।
इलीचेव ने बताया कि पिछले साल दोनों देशों के बीच व्यापार 61 प्रतिशत बढ़कर 56 अरब डॉलर से अधिक हो गया।
इलीचेव ने कहा, "रूस के कुल व्यापार में भारत दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। इसकी हिस्सेदारी आठ प्रतिशत हो गई है।"
इलीचेव के अनुसार इस वर्ष भी सकारात्मक रुझान बना हुआ है। पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 2024 के पहले तीन महीनों में द्विपक्षीय व्यापार में 15 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।
इलीचेव ने साथ ही कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार बास्केट में अभी तक महत्वपूर्ण बदलाव नहीं हुआ है। रूसी कच्चे मालों का निर्यात द्विपक्षीय व्यापार का मुख्य हिस्सा बना हुआ है।
इसके अलावा इलीचेव ने बताया कि पश्चिमी प्रतिबंधों के कारण आपसी हिसाब-किताब में अभी भी मुश्किलें हैं और वर्तमान हिसाब-किताब व्यवस्था निर्बाध बैंकिंग कार्यों का पूरी तरह से समर्थन नहीं कर सकता।