अफगान सीमा पार से आतंकी गतिविधियों में वृद्धि के चलते ईरान ने मध्य एशियाई राष्ट्र के साथ अपनी सीमा पर एक सीमा दीवार के निर्माण की घोषणा की है।
इस कदम की घोषणा ईरान के उप आंतरिक मंत्री माजिद मिरहमादी ने की, जिन्होंने खुलासा किया कि इस्लामिक गणराज्य अफगानिस्तान और अन्य पड़ोसी राज्यों के साथ अपनी सीमाओं को पूरी तरह से सुरक्षित करने के लिए 3 बिलियन यूरो का निवेश करेगा।
मिरहमादी ने शनिवार शाम तेहरान में संवाददाताओं से कहा, "इस व्यापक प्रयास में हमारी सीमाओं की मजबूत रक्षा सुनिश्चित करने के लिए बाड़, दीवारें और कुशल सीमा नियंत्रण प्रणाली की स्थापना सम्मिलित है।"
यह घोषणा तालिबान* बलों और ईरानी सीमा रक्षकों के बीच हाल ही में हुई झड़प की पृष्ठभूमि में सामने आई है।
बुधवार को सीमा पर टकराव के बाद तालिबान ने पांच ईरानी सैनिकों को पकड़ने के बाद गुरुवार को उन्हें वापस कर दिया।
हालांकि इस बार ईरानी सैनिक सुरक्षित लौट आए, लेकिन पिछले वर्ष सीमा पर झड़पों में दो ईरानी सैनिकों और एक तालिबान सदस्य की मौत हो गई।
इसके अतिरिक्त, अफगानिस्तान के अंदर प्रतिबंधित जैश अल-अदल (न्याय की सेना) आतंकवादी समूह की गतिविधियों ने ईरान को चिंतित कर दिया है। सुन्नी आतंकवादी संगठन जैश अल-अदल प्रायः सीमा पार से शिया-बहुल ईरान के हितों पर हमला करता रहा है।
*संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के अधीन