यूक्रेन संकट
मास्को ने डोनबास के लोगों को, खास तौर पर रूसी बोलनेवाली आबादी को, कीव के नित्य हमलों से बचाने के लिए फरवरी 2022 को विशेष सैन्य अभियान शुरू किया था।

यूक्रेनी कैद में यातना सहने के बाद भी जीवित बच गया रूसी सैनिक

डोनेट्स्क पीपुल्स रिपब्लिक (डीपीआर) का एक सैनिक यूक्रेनी कैद में यातना के दौरान सिर में और बाद में पैर में गोली लगने के बाद भी जीवित बच गया है, सर्गेई बेलित्सा नामक उस सैनिक ने Sputnik को बताया।
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सैनिक ने बताया कि गोली सिर से होते हुए बाएं कान के पास घुसी और दाहिने गाल की हड्डी के पास से निकल गई। बेलित्सा ने कहा कि [यूक्रेनी सैनिकों] ने उसको घुटनों पर बिठा दिया, किसी ने उससे बात नहीं की और उसके “सिर में गोली मार दी गई।“

बेलित्सा ने कहा कि जब उसने रूसी ठिकानों में लौटने का प्रयास किया, तो उसको यूक्रेनी सैनिक मिले और शुरू में उन्हें गलती से लगा कि बेलित्सा यूक्रेनी सैनिक भी है, इसलिए उन्होंने डॉक्टरों को बुलाया। परंतु जब उन्होंने उसे प्राथमिक चिकित्सा दी, तो उन्होंने उसके जैकेट के नीचे रूसी निशान पाए, और बेलित्सा से पूछताछ की गई और उसे प्रताड़ित किया गया, उसने कहा।

यातना के दौरान, बेलित्सा बार-बार बेहोश हो गया, और पूछताछकर्ता ने उसके पैर में भी गोली मार दी, बेलित्सा ने याद किया। उसको शीघ्र ही खार्कोव शहर के एक अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां उसको चिकित्सा देखभाल प्राप्त हुई। अस्पताल छोड़ने के बाद, उसने लगभग दो महीने यूक्रेनी जेलों में बिताए और मार्च 2023 में उसको यूक्रेनी युद्धबंदियों से बदल दिया गया।
रूस लौटने के बाद, बेलित्सा को एक बार फिर चिकित्सा सहायता मिली, परंतु उसका बायां कान कभी भी ठीक नहीं हो पाएगा।
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