भारतीय सेना के एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर सहित पांच सैनिकों की पूर्वी लद्दाख में श्योक नदी में डूबने से मृत्यु हो गई, अधिकारियों ने बताया।
सभी सैनिक टी-72 टैंक के क्रू मेंबर थे और अभ्यास के बाद वापस लौट रहे थे।
भारतीय सेना की लेह स्थित कोर के रक्षा प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा है कि 28 जून को यह टैंक अचानक जलस्तर बढ़ने से श्योक नदी में फंस गया था। तेज़ बहाव के कारण बचाव दलों को टैंक में फंसे सैनिकों को बचाने का अवसर नहीं मिल पाया।
सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस दुर्घटना में पाँच सैनिकों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सदन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी सैनिकों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है।
यह अभ्यास टैंकों और बख्तरबंद गाड़ियों के नदी पार करने का था। इस समय हिमालय के क्षेत्रों में बर्फ पिघलने और बादल फटने से पहाड़ी नदियों में अचानक पानी बढ़ने या फ्लैश फ्लड का संकट बना रहता है।
भारतीय सेना में सम्मिलित टी-72 और टी-90 टैंक पिछले 4 वर्षों से पूर्वी लद्दाख में नियुक्त हैं। भारतीय सेना के टैंक और बख्तरबंद गाड़ियां पूर्वी लद्दाख में लगातार नियुक्त रहते हैं और समय-समय पर अभ्यास भी करते हैं।