https://hindi.sputniknews.in/20240627/bhaaritiiy-knpnii-kriegii-es-400-kii-mentenens-sainy-suutr-7714062.html
भारतीय कंपनी करेगी एस-400 की मेंटेनेंस: सैन्य सूत्र
भारतीय कंपनी करेगी एस-400 की मेंटेनेंस: सैन्य सूत्र
Sputnik भारत
भारतीय सेनाओं के सबसे बड़े और सबसे आधुनिक हथियार S-400 एयर डिफेंस सिस्टम के मरम्मत और सार-संभाल( SERVICE AND MAINTENANCE) को भारत में ही करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए भारत और रूस की सरकार के मध्य अनुबंध हो चुका है।
2024-06-27T15:10+0530
2024-06-27T15:10+0530
2024-06-27T15:10+0530
डिफेंस
वायुसेना
भारतीय वायुसेना
भारत
भारत का विकास
भारत सरकार
रूस
द्विपक्षीय रिश्ते
रुपया-रूबल व्यापार
द्विपक्षीय व्यापार
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/06/07/2383624_0:160:3076:1890_1920x0_80_0_0_4ec5424975e9cf966db99ba945150ab2.jpg
भारतीय रक्षा उद्योग के एक उच्च पदस्थ सूत्र ने Sputnik India को बताया कि किसी एक भारतीय कंपनी और S-400 को बनाने वाली रूसी कंपनी एलमाज़-आंते के मध्य भारत में ही इस प्रणाली की मरम्मत और सार-संभाल पर समझौते पर चर्चा अंतिम दौर में है। दूसरे चरण में इस सिस्टम के लिए ज़रूरी हिस्से-पुर्ज़ों का भारत में ही उत्पादन शुरू करने की तैयारी है। इसके लिए भी रूसी कंपनी भारतीय कंपनी के साथ साझा उपक्रम बनाएगी और तकनीकी मदद देगी। इस काम के लिए ज़रूरी तकनीक भी रूसी कंपनी मुहैय्या कराएगी। इस काम को 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम 2 किमी से लेकर 400 किमी तक की दूरी से हर तरह के हवाई हमले को रोकने में सक्षम है। इस एयर डिफेंस सिस्टम के आने से चीन या पाकिस्तान की तरफ से किसी भी हवाई हमले से पूरी तरह सुरक्षित रहा जा सकता है।
https://hindi.sputniknews.in/20240625/indian-pm-modi-likely-to-visit-russia-in-july-7698696.html
भारत
रूस
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2024
कृष्णमोहन मिश्रा
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/05/14/7409018_0:0:486:485_100x100_80_0_0_7e79ffa0ba84a7bd46685bfea1e9d1aa.jpg
कृष्णमोहन मिश्रा
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/05/14/7409018_0:0:486:485_100x100_80_0_0_7e79ffa0ba84a7bd46685bfea1e9d1aa.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/06/07/2383624_173:0:2904:2048_1920x0_80_0_0_78d68b4dd1b46c9ea71acc9b907781b1.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
कृष्णमोहन मिश्रा
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/05/14/7409018_0:0:486:485_100x100_80_0_0_7e79ffa0ba84a7bd46685bfea1e9d1aa.jpg
एस-400 एयर डिफेंस, s-400 air defence system, भारत सरकार, रूस की सरकार, भारत-रूस रिश्ते, भारत-रूस संबंध, भारत-रूस व्यापार, भारतीय वायुसेना, वायुसेना, एलमाज़-आंते, almaz antey, s-400 एयर डिफेंस सिस्टम के मरम्मत और सार-संभाल, चीन, पाकिस्तान
एस-400 एयर डिफेंस, s-400 air defence system, भारत सरकार, रूस की सरकार, भारत-रूस रिश्ते, भारत-रूस संबंध, भारत-रूस व्यापार, भारतीय वायुसेना, वायुसेना, एलमाज़-आंते, almaz antey, s-400 एयर डिफेंस सिस्टम के मरम्मत और सार-संभाल, चीन, पाकिस्तान
भारतीय कंपनी करेगी एस-400 की मेंटेनेंस: सैन्य सूत्र
विशेष
सैन्य सूत्र ने Sputnik India से कहा कि जब एस-400 की सभी पांच स्क्वाड्रन भारतीय वायु सेना को मिल जाएंगी, तो भारत में इस वायु रक्षा प्रणाली के कुछ हिस्सों के निर्माण की तैयारी की जाएगी।
भारतीय रक्षा उद्योग के एक उच्च पदस्थ सूत्र ने Sputnik India को बताया कि किसी एक भारतीय कंपनी और S-400 को बनाने वाली रूसी कंपनी एलमाज़-आंते के मध्य भारत में ही इस प्रणाली की मरम्मत और सार-संभाल पर समझौते पर चर्चा अंतिम दौर में है।
सूत्र के अनुसार, सिस्टम को बनाने वाली कंपनी भारतीय कंपनी को आवश्यक तकनीकी सहायता देगी और आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में भी सहायता करेगी। भारत में एस-400 की स्क्वाड्रन पूरे देश में कई जगह तैनात होंगी इसलिए अगर आवश्यक हुआ तो देश में दो ऐसे केंद्र बनाए जा सकते हैं।
दूसरे चरण में इस सिस्टम के लिए ज़रूरी हिस्से-पुर्ज़ों का भारत में ही उत्पादन शुरू करने की तैयारी है। इसके लिए भी रूसी कंपनी भारतीय कंपनी के साथ साझा उपक्रम बनाएगी और तकनीकी मदद देगी। इस काम के लिए ज़रूरी तकनीक भी रूसी कंपनी मुहैय्या कराएगी। इस काम को 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
भारत ने रूस के साथ 2018 में S-400 की पांच स्क्वाड्रन खरीदने का सौदा किया था। भारत को अब तक S-400 की तीन स्क्वाड्रन मिल चुकी हैं जिन्हें रेपोर्टों के अनुसार चीन और पाकिस्तान की सीमा से आने वाले किसी भी हवाई आक्रमण को रोकने के लिए कथित तौर पर नियुक्त किया जा चुका है। बाकी 2 स्क्वाड्रन के अगले 12-24 महीने में मिलने की संभावना है।
एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम 2 किमी से लेकर 400 किमी तक की दूरी से हर तरह के हवाई हमले को रोकने में सक्षम है। इस एयर डिफेंस सिस्टम के आने से चीन या पाकिस्तान की तरफ से किसी भी हवाई हमले से पूरी तरह सुरक्षित रहा जा सकता है।