इंटरनेशनल कन्सेर्वटिवे राजनीतिक, आर्थिक और विदेश नीति विशेषज्ञ डॉ. सुव्रोकमल दत्ता ने Sputnik India को बताया कि अमेरिका, यूरोप और ब्रिटेन में पश्चिमी मीडिया पर शेख हसीना की सरकार को अस्थिर करने और उसे अवैध ठहराने के लिए बांग्लादेश में विपक्षी दलों के साथ मिलीभगत करने का संदेह है, जिसका संभावित उद्देश्य उन्हें सत्ता से हटाना है।
विशेषज्ञ ने कहा कि उन्होंने "खालिदा जिया के पिछले शासन के तहत जमात-ए-इस्लामी* और तालिबान** से संबद्ध समूहों को नियंत्रित करने और समाप्त करने के लिए भी महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं।"
दत्ता ने कहा कि भारत सरकार निष्क्रिय नहीं रह सकती, क्योंकि बांग्लादेश में अस्थिर स्थिति से भारत के सामरिक संतुलन तथा इसकी क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखंडता को खतरा हो सकता है।
दत्ता ने इस बात पर जोर दिया कि भारत सरकार को बांग्लादेश में स्थिरता बनाए रखने के लिए हर संभव कार्रवाई करनी चाहिए तथा शेख हसीना को वर्तमान में उनके सामने मौजूद चुनौतियों से निपटने में सहायता करनी चाहिए।