बैठक के बाद पीएम मोदी ने कहा कि फ्री, ओपन, नियम आधारित और समृद्ध भारत-प्रशांत के लिए नई दिल्ली अपना सहयोग जारी रखेगा।
"वियतनाम एक्ट ईस्ट पॉलिसी और हमारे भारत-प्रशांत विज़न में हमारा महत्वपूर्ण पार्टनर है। इंडो-पैसिफिक के बारे में हम दोनों के विचारों में अच्छा सामंजस्य है। हम विस्तारवाद नहीं, विकासवाद का समर्थन करते हैं," प्रधानमंत्री मोदी ने कहा।
वियतनामी प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चीन्ह के साथ बातचीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के ‘विकसित भारत 2047’ और वियतनाम के ‘विज़न 2045’ के कारण दोनों देशों में विकास ने गति पकड़ी है, और इसलिए, व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और अधिक मजबूती देने के लिए, दोनों देशों ने एक नया कार्रवाई की योजना को अपनाया है।
"डिफेन्स और सिक्योरिटी के क्षेत्र में सहयोग के लिए नए कदम उठाए, इसके अतिरिक्त 300 मिलियन डॉलर की क्रेडिट लाइन पर बनी सहमति से वियतनाम की मेरीटाइम सिक्योरिटी सशक्त की जाएगी। हमने यह भी निर्णय किया है, कि आतंकवाद और साइबर सुरक्षा के विषयों पर सहयोग को बल दिया जाएगा," मोदी ने बताया।
इसके आगे मोदी कहते हैं कि दोनों देश इस बात पर सहमत हैं कि आपसी व्यापार के पोटेंशियल को प्राप्त करने के लिए भारत-आसियान वस्तु व्यापार समझौते की समीक्षा जल्द से जल्द संपन्न की जाये। इसके अतिरिक्त पीएम मोदी ने कहा कि डिजिटल पेमेंट कनेक्टिविटी के लिए दोनों देशों के सेंट्रल बैंकों के मध्य सहमति बन गयी है।