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Apple उत्पादों को लेकर सुरक्षा के प्रति बेपरवाह होना खतरनाक: साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ

दुनिया भर की सरकारें साइबर सुरक्षा को लेकर नए कदम उठा रही हैं, इसी कड़ी में भारत सरकार ने अमेरिकी कंपनी एप्पल के फोन, आई पेड, मैक बुक, विज़न प्रो, एप्पल वाच और एप्पल टीवी के उपभोक्ताओं के लिए अलर्ट जारी किया है।
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भारत सरकार की कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने कई एप्पल उत्पादों के लिए उच्च गंभीरता वाला अलर्ट जारी किया है, जो एप्पल उत्पादों पर गंभीर असर डाल सकता है।

"एप्पल उत्पादों में कई कमजोरियों की सूचना दी गई है जो किसी हमलावर को संवेदनशील जानकारी तक पहुँचने, मनचाहे कोड को निष्पादित करने, सुरक्षा प्रतिबंधों को दरकिनार करने, सेवा से इनकार करने (DoS) का कारण बनने और लक्षित सिस्टम पर स्पूफिंग हमले करने की अनुमति दे सकती हैं," एप्पल उत्पादों में कमजोरियों के बारे में एक नवीनतम रिलीज़ में, CERT-IN ने कहा।

इससे पहले भारत सरकार की इस संस्था ने इस साल मई के महीने में एप्पल के सफारी ब्राउज़र, विज़न प्रो, मैकबुक और वॉच के उपयोगकर्ताओं के लिए एक समान चेतावनी जारी कर एक कमजोरी को उजागर किया था जिसका संभावित हमलावर द्वारा फायदा उठाया जा सकता है।
भारत सरकार द्वारा एप्पल उत्पादों को लेकर जारी किये गए अलर्ट पर Sputnik India ने भारत में साइबर सुरक्षा मामलों के जानकार और विशेषज्ञ पवन दुग्गल से बात की।
भारत सरकार द्वारा जारी किए गए अलर्ट पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि आईपैड और अन्य एप्पल एप्लीकेशन इकोसिस्टम अब इस तरह के परिदृश्य में बहुत महत्वपूर्ण हो गए हैं क्योंकि परंपरागत रूप से लोग सोचते रहे हैं कि एप्पल संभावित रूप से सबसे सुरक्षित कंपनी है।
"जो कल सुरक्षित था, वह आज सुरक्षित नहीं है। और जो आज सुरक्षित है, वह कल सुरक्षित नहीं रहेगा। इसलिए साइबर सुरक्षा एक निरंतर यात्रा है। आपको अपने साइबर सुरक्षा कौशल सेट को लगातार अपडेट करते रहना होगा ताकि आप अपनी साइबर सुरक्षा को अधिक मजबूत, अधिक विश्वसनीय और अधिक लचीला बना सकें। अब यही कारण है कि एप्पल उपयोगकर्ताओं को विभिन्न कमजोरियों से सावधान रहने की चेतावनी दी गई है," साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ पवन दुग्गल ने कहा।
दुग्गल एप्पल की सुरक्षा को लेकर संदेह जताते हुए आगे कहते हैं कि "जब सुरक्षा को लेकर लोग निश्चित हो जाते हैं, तो वे अक्सर इस बुनियादी सिद्धांत को भूल जाते हैं कि आज की दुनिया इंटरनेट से जुड़ी हुई है, पूर्ण सुरक्षा जैसी कोई चीज नहीं है।"
जब दुग्गल से किसी भी तरह के एप्पल प्रोडक्ट पर होने वाले किसी भी तरह के साइबर खतरे से निपटने के बारे में पूछा गया तब उन्होंने सलाह दी है कि लोगों को नवीनतम सुरक्षा पैच लेने चाहिए, एप्पल इकोसिस्टम में अपने कार्यक्रमों को अपडेट करना चाहिए ताकि उनकी विशेष साइबर सुरक्षा को इष्टतम स्तर पर संरक्षित किया जा सके।

"यह चेतावनी सही समय पर आई है। क्योंकि लोगों ने साइबर सुरक्षा को हल्के में लेना शुरू कर दिया है। इसलिए जब कोई व्यक्ति एप्पल इकोसिस्टम से आईफोन या आईपैड लेता है, तो यह बुनियादी धारणा होती है कि वह जीवन भर सुरक्षित रहेगा। जबकि साइबर सुरक्षा जीवन भर के लिए मौजूद नहीं है," उन्होंने कहा।

अमेरिकी कंपनी एप्पल द्वारा सुरक्षा को लेकर किये जाने वाले दावों को देखते हुए साइबर विशेषज्ञ दुग्गल कहते हैं कि सरकार की यह चेतावनी उन सभी एप्पल उपयोगकर्ताओं के लिए एक चेतावनी है जो यह मानते हैं और भरोसा करते हैं कि एप्पल सुरक्षित है।

"वास्तव में, 100% सुरक्षा जैसी कोई चीज़ नहीं है क्योंकि सुरक्षा एक विकसित प्रतिमान है और हमेशा कोई न कोई तरीका होता है जिसके जरिए साइबर अपराधी और हैकर वास्तव में कंप्यूटर सिस्टम और नेटवर्क की साइबर सुरक्षा का उल्लंघन कर सकते हैं। इसलिए, साइबर सुरक्षा की सुरक्षा और संरक्षण की दिशा में आगे बढ़ने के लिए उचित परिश्रम, देखभाल और सतर्कता ही एकमात्र मंत्र होना चाहिए," दुग्गल ने कहा।

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