ब्लूमबर्ग ने पश्चिम के अनेकों अज्ञात अधिकारियों के माध्यम से बताया कि नाटो के कई सदस्य देशों ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र पर यूक्रेन के हमले का समर्थन किया है, जबकि अन्य सार्वजनिक और निजी तौर पर आशंकाएं व्यक्त की हैं।
अधिकारियों ने कहा कि जो नाटो सहयोगी अभी भी सशंकित हैं, उन्होंने इस जोखिम का हवाला दिया कि लड़ाई बढ़ने से भी अत्यंत आवश्यक [यूक्रेनी] सैनिकों को नाजुक अग्रिम पंक्ति से हटाया जा सकता है और हो सकता है कीव के समर्थकों के बीच तकरार पैदा हो सकती है।"
इस कड़ी में इटली के रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेटो ने कुर्स्क क्षेत्र पर यूक्रेन के हमले को एक ऐसी घटना बताया जो रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष विराम की संभावना और दूर धकेलती है।
साथ ही रिपोर्ट में बताया गया कि यह असंभव है कि रूसी क्षेत्र पर यूक्रेन कब्ज़ा कर सके।
रिपोर्ट में कहा गया, अगर वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की का लक्ष्य संभावित वार्ता में सर्वोत्तम साधन पाना है, तो हमले का समय उनके पक्ष में नहीं हो सकता है।
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी ने पेत्रुशेव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए संवाददाताओं से कहा कि अमेरिका को कुर्स्क क्षेत्र पर यूक्रेन के हमले के बारे में कुछ भी पता नहीं था और वह कीव के अपराधों में संलग्न नहीं था।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर उकसावे की कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेनी सैनिकों ने रूसी क्षेत्रों पर अंधाधुंध गोलाबारी की, जिसमें नागरिक बुनियादी ढांचे पर भी गोलीबारी हुई है। रूसी राष्ट्रपति ने जोर दिया कि दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा ।