डिफेंस
भारतीय सेना, इसके देशी और विदेशी भागीदारों और प्रतिद्वन्द्वियों की गरमा गरम खबरें।

भारत में AK-203 का उत्पादन 2025 के अंत तक पूरी तरह से स्थानीय होगा: प्रबंध निदेशक

जून 2023 में असेंबल की गई भारत की पहली AK-203 असॉल्ट राइफल, जो 5% स्थानीय रूप से उत्पादित घटकों और 95% रूसी उत्पादों से मिलकर बनी थी।
Sputnik
भारतीय-रूसी संयुक्त उद्यम इंडो-रूसी राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (IRRPL) के प्रबंध निदेशक मेजर जनरल सुधीर कुमार शर्मा ने एक रूसी मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में बताया कि कलाश्निकोव AK-203 असॉल्ट राइफलें दिसंबर 2025 तक पूरी तरह भारत में उत्पादित घटकों से असेंबल की जाएंगी।
"हमारे पास विस्तार करने की योजना है, संभवतः एक और प्लांट बनाने की। मुझे विश्वास है कि मेरे शेयरधारक, मेरी सरकार और रूसी सरकार भी इस मामले में हमारा समर्थन करेंगे," उन्होंने कहा।
उन्होंने यह भी कहा कि IRRPL अप्रैल 2026 तक कलाश्निकोव AK-203 असॉल्ट राइफलों का उत्पादन बढ़ाकर 600 यूनिट प्रतिदिन करने की योजना बना रहा है, और इस वर्ष के अंत तक भारतीय सशस्त्र बलों को 20,000 कलाश्निकोव AK-203 असॉल्ट राइफलों की आपूर्ति करने की भी योजना बना रहा है, जिनमें से 35,000 की आपूर्ति पहले ही की जा चुकी है।

"मैंने इन हथियारों का उपयोग करने वाले अधिकतर कमांडरों और सैनिकों से भेंट की है, जिनकी टिप्पणियाँ अत्यंत सकारात्मक रही हैं," उन्होंने कहा।

शर्मा ने आगे कहा कि कलाश्निकोव AK-203 असॉल्ट राइफलें खरीदने में कम से कम दस देशों ने रुचि दिखाई है।
"ये मुख्य रूप से भारत के पड़ोसी देश हैं। अन्य क्षेत्र जो रुचि दिखा रहे हैं, वे हैं मध्य पूर्व और दक्षिण अफ़्रीका," अंत में उन्होंने कहा।
इंडो-रूसी राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (IRRPL) की स्थापना 2019 में भारत के तत्कालीन आयुध निर्माणी बोर्ड (अब एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (AWEIL) और म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड (MIL) और रूस के रोसोबोरोनएक्सपोर्ट और कलाश्निनिकोव कंपनी के मध्य की गई थी।
Sputnik मान्यता
अंतरिक्ष दिवस विशेष: चंद्रयान-3 की सफलता ने भारत का कद अंतरिक्ष समुदाय में किया ऊँचा
विचार-विमर्श करें