गर्मियों की शुरुआत में भारतीय कंपनियों ने रूस को 475 मिलियन डॉलर का माल निर्यात किया, जबकि पिछले वर्ष उन्होंने 328 मिलियन डॉलर का माल निर्यात किया। यह इस देश से शिपमेंट के लिए एक नई ऊंचाई को दर्शाता है। इस वर्ष मार्च में पिछली ऊंचाई दिखाई दी थी, जो कि 441 मिलियन डॉलर तक पहुंची थी।
इसके अतिरिक्त, भारत में रूसी व्यवसाय की बिक्री भी इस वर्ष 18% बढ़कर 6 बिलियन डॉलर हो गई, जबकि मासिक आंकड़ा केवल दो बार अधिक था मई 2023 और मई 2024 में। इसके परिणामस्वरूप, दोनों देशों के मध्य आपसी व्यापार 20% बढ़कर 6.4 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। यह आधुनिक इतिहास में वसंत के अंत में 7.5 अरब डॉलर के रिकॉर्ड के बाद दूसरा सबसे बड़ी ऊंचाई थी।
साथ ही, इस वर्ष की पहली छमाही में रूस से भारत को आपूर्ति 13% बढ़कर 35.8 अरब डॉलर तक पहुंच गई। केवल चीन ने इससे अधिक आपूर्ति की है, इस देश से 50.4 अरब डॉलर का सामान भारत को निर्यात किया जाता था। साल की शुरुआत से भारतीय वस्तुओं का निर्यात एक चौथाई बढ़कर 2.5 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।
जनवरी-जून में रूस और भारत के मध्य व्यापार 14% बढ़कर $38.3 बिलियन हो गया जो कि पिछले वर्ष के व्यापार का 58% है।