रूसी परमाणु एजेंसी रोसाटॉम के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार निदेशक बोरिस आर्सेयेव ने Sputnik को बताया कि रोसाटॉम और बांग्लादेश में उसके साझेदार रूपपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र की यूनिट 1 में रिएक्टर को भौतिक रूप से चालू करने के करीब पहुंच गए हैं।
आर्सेयेव ने कहा, "हमें बांग्लादेश में रूपपुर एनपीपी निर्माण परियोजना पर बहुत गर्व है। वर्ष 2023 की शरद ऋतु में ताजा परमाणु ईंधन (FNF) की पहली खेप साइट पर पहुंचा दी गई, जिससे आधिकारिक स्तर पर बांग्लादेश शांतिपूर्ण परमाणु प्रौद्योगिकियों का उपयोग करने वाला एक नया 'परमाणु शक्ति' बन गया। अपने बांग्लादेशी सहयोगियों के साथ मिलकर हम इस परियोजना के एक महत्वपूर्ण पड़ाव यानी पहली विद्युत इकाई में रिएक्टर का भौतिक रूप से चालू होने के करीब पहुंच रहे हैं।"
दरअसल एनपीपी इकाई का भौतिक स्टार्ट-अप चरण रिएक्टर में परमाणु ईंधन भरने के साथ आरंभ होता है। रिएक्टर स्थापना के लिए सभी विश्वसनीयता और सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने की आवश्यकता के कारण कई प्रचालनों में एक निश्चित समय लगता है, जिसके बाद भौतिक रूप से चालू स्वयं होता है।
यह रिएक्टर कोर में एक नियंत्रित, आत्मनिर्भर श्रृंखला परमाणु प्रतिक्रिया की शुरुआत को चिह्नित करता है, जो रिएक्टर को श्रृंखला प्रतिक्रिया को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त न्यूनतम शक्ति स्तर पर लाता है। इसके बाद, रिएक्टर की शक्ति धीरे-धीरे बढ़ाई जाती है। एक बार भौतिक स्टार्ट-अप पूरा हो जाने के बाद, पावर स्टार्ट-अप चरण का पालन किया जाएगा, जिसके दौरान इकाई पहली बार बिजली पैदा करेगी और इसे ग्रिड को आपूर्ति करेगी।