विदेश सचिव ने कहा कहा कि भारत ब्रिक्स की स्थापना के बाद से इसकी सभी गतिविधियों, पहलों और सहभागिताओं में भाग लेता रहा है। भारत ब्रिक्स में बहुत महत्व रखता है और इसके योगदान ने आर्थिक विकास, सतत विकास और वैश्विक शासन सुधार जैसे क्षेत्रों में ब्रिक्स के प्रयासों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मिस्री ने कहा, "इस वर्ष के शिखर सम्मेलन का फोकस नए ब्रिक्स सदस्यों को ब्रिक्स सहयोग तंत्र में शामिल करने, आर्थिक सहयोग को मजबूत करने, ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा के लिए सहयोग को बढ़ावा देने, विज्ञान, स्वास्थ्य सेवा, पर्यावरण संरक्षण, संस्कृति, खेल, युवा आदान-प्रदान और नागरिक समाज से संबंधित अनेक क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने पर है।"
इसके अलावा विदेश सचिव ने कहा, शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री की कुछ द्विपक्षीय बैठकें होने की उम्मीद है; इन पर अभी काम चल रहा है।