भारत-रूस संबंध
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अगस्त में रूस से भारत का लकड़ी आयात तीन साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचा

वर्ष 2024 के अगस्त महीने में भारत ने रूस से तीन वर्षों में सबसे अधिक 3.6 मिलियन डॉलर मूल्य की लकड़ी खरीदी। Sputnik ने यह विश्लेषण भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के आधार पर किया है।
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इस प्रकार, इस वर्ष अगस्त में, भारत का लकड़ी और लकड़ी उत्पादों का आयात मूल्य 3.6 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो जून 2021 के बाद से अधिकतम मासिक खरीद मात्रा थी। वहीं, जुलाई की तुलना में आयात में 10% से अधिक की वृद्धि हुई तथा वर्ष के दौरान, पिछले अगस्त की तुलना में यह दोगुना हो गया।
सबसे लोकप्रिय वस्तुओं में 1.5 मिलियन डॉलर का चिपका हुआ प्लाईवुड, जिसे भारत ने अगस्त में रूस से खरीदा था, तथा 6 मिलीमीटर से अधिक मोटी लकड़ी, जिसकी कीमत 1.4 मिलियन डॉलर थी। इसके अलावा 80 हजार डॉलर मूल्य के लकड़ी के बर्तन और रसोई के बर्तन भी आयात किए गए।

वहीं, 2024 के पहले आठ महीनों में रूस भारत को 21.8 मिलियन डॉलर मूल्य की लकड़ी की आपूर्ति कर चुका है, जो पूरे 2023 की तुलना में 15% अधिक है और पिछले साल जनवरी-अगस्त की तुलना में दोगुना है।

इस अवधि के दौरान भारत ने रूस से जो सबसे अधिक लकड़ी का आयात किया, उनमें 7.6 मिलियन डॉलर मूल्य की आरा लकड़ी, 6.9 मिलियन डॉलर मूल्य की 6 मिलीमीटर से अधिक मोटाई वाली लकड़ी, 6.24 मिलियन डॉलर मूल्य की प्लाईवुड, साथ ही 670 हजार डॉलर मूल्य के लकड़ी के बर्तन, 210 हजार डॉलर मूल्य की माचिस और 160 हजार डॉलर मूल्य के चिपबोर्ड शामिल थे।
अगस्त में, लकड़ी और लकड़ी के उत्पादों के भारतीय आयात में रूस उन्नीसवें स्थान पर पहुंच गया। शीर्ष तीन में 19.5 मिलियन डॉलर मूल्य के साथ ऑस्ट्रेलिया, 17.2 मिलियन डॉलर मूल्य के इंडोनेशिया और 16.6 मिलियन डॉलर मूल्य की बिक्री कर मलेशिया शामिल थे।
भारत-रूस संबंध
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