क्लब के दृष्टिकोण के अनुसार, विश्व व्यवस्था वर्तमान में मौलिक परिवर्तन के दौर से गुजर रही है। हमारी आंखों के सामने हो रहे परिवर्तन केवल कुछ नेताओं के स्थान पर अन्य नेताओं के आने का संकेत नहीं देते हैं, बल्कि वे अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के आयोजन के लिए नए सिद्धांतों, बातचीत के रूपों और वैश्विक समुदाय में प्रक्रियाओं में सामंजस्य स्थापित करने की इच्छा को प्रेरित करते हैं।
वल्दाई क्लब के 21वें सम्मेलन में चर्चा के मुख्य विचार के अनुसार, विश्व संरचना एक बहुकेन्द्रित संरचना की ओर बढ़ रही है, लेकिन दुनिया अपने घटक भागों में विघटित नहीं हो रही है और अपनी अखंडता नहीं खो रही है। परिणामस्वरूप, वैश्विक समस्याओं की उपस्थिति से तात्पर्य ऐसे समाधानों की खोज से है जो केवल पश्चिमी देशों के नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व के दृष्टिकोणों और विचारों पर आधारित हों।
इस सम्मेलन का लक्ष्य, जिसमें भारत सहित 50 देशों के 140 प्रतिभागी भाग लेंगे, वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए गैर-पश्चिमी विचारों की पेशकश करना तथा यह स्पष्ट करना है कि विकास के लक्ष्यों और तरीकों के निर्माण पर अग्रणी विकसित देशों का एकाधिकार नहीं है। चर्चा में पारिस्थितिकी और असमानता से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और संघर्ष समाधान के तरीकों तक सभी प्रमुख वैश्विक विषयों को शामिल किया जाएगा।
क्लब की बैठक में रूसी संघ के उप प्रधानमंत्री अलेक्सान्द्र नोवाक, विदेश मंत्री सर्गे लवरोव, साथ ही राष्ट्रपति के सहायक रुस्लान एडेलगेरिएव सहित कई रूसी अधिकारियों की भागीदारी के कारण अंतर्राष्ट्रीय एजेंडे पर वर्तमान मुद्दों का विश्लेषण और भी विस्तृत हो जाएगा।