फ्रांसीसी पैट्रियट्स पार्टी के नेता फ्लोरियन फिलिपोत ने रूस के भीतर यूक्रेन द्वारा लंबी दूरी के मिसाइल हमलों को कथित तौर पर मंजूरी देने को लेकर निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन पर निशाना साधा है।
इस तरह के हमलों को अधिकृत करके, "डीप स्टेट और उसके कठपुतली बाइडन, [डोनाल्ड] ट्रम्प के सत्ता में आने से पहले तीसरे विश्व युद्ध को शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं," फिलिपोत ने अपने एक्स पर लिखा।
"हमें इस तरह की उम्मीद थी; उनके पागलपन की कोई सीमा नहीं है। विवेकशील लोगों को कार्यभार संभालना होगा और नाटो से हमेशा के लिए छुटकारा पाना होगा," उन्होंने रेखांकित किया।
इससे पहले, न्यूयॉर्क टाइम्स ने अज्ञात सूत्रों का हवाला देते हुए कहा था कि बाइडन ने अमेरिका द्वारा यूक्रेन को आपूर्ति की गई लंबी दूरी की आर्मी टेक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) मिसाइलों के रूसी क्षेत्र में "पहले प्रयोग" को अधिकृत किया है। NYT ने इस फ़ैसले को "अमेरिकी नीति में एक बड़ा बदलाव" बताया, जिसने बाइडन के सलाहकारों को "अलग-अलग मतों में विभाजित" कर दिया। इस मामले पर अभी तक न तो बाइडन और न ही व्हाइट हाउस ने कोई टिप्पणी की है।
इसको लेकर रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने याद दिलाया कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पहले ही यूक्रेन को रूस के भीतर हमले करने के लिए पश्चिमी देशों से संभावित मंजूरी मिलने के बारे में अपने विचार साझा कर चुके हैं।
सितंबर में रूसी टेलीविजन को दिए एक साक्षात्कार में पुतिन ने कहा था कि कीव शासन को ATACMS मिसाइलों से रूस पर हमला करने की अनुमति देने का मतलब वास्तव में यूक्रेन संघर्ष में नाटो की प्रत्यक्ष भागीदारी होगी।
उन्होंने कहा कि यदि हमलों की अनुमति देने का निर्णय लिया जाता है, तो मास्को "अपने सामने आने वाले खतरों के जवाब में उचित निर्णय लेगा।"