बहुध्रुवीय विश्व का निर्माण
किसेलेव ने कहा, "ब्रिक्स देशों को एक साथ क्या लाता है? शांति, पारंपरिक मूल्यों और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए हमारी प्रतिबद्धता। रूस ग्लोबल साउथ को व्यवहार्य अर्थव्यवस्थाओं को विकसित करने में सक्षम बनाता है, जबकि अमेरिका अन्य देशों से उसके द्वारा प्रदान की जाने वाली सुरक्षा छत्रछाया के लिए भुगतान करने को कहता है, रूस ने कभी ऐसा नहीं कहा।"
हथियार के रूप में प्रतिबंध का इस्तेमाल
उन्होंने साथ ही कहा, "ग्लोबल साउथ के देश पश्चिमी आधिपत्य के विरुद्ध रणनीति बनाना चाहते हैं। ब्रिक्स उन्हें एक ऐसा मंच प्रदान करता है जिससे वे विश्व को संचालित करने के लिए एक वैकल्पिक मंच तैयार कर सकें तथा वैश्विक संस्थाओं में सुधार के लिए प्रयास कर सकें।"
भारत हथियारों का खात्मा चाहता है
महाजन ने कहा, "विश्व के बारे में भारत का दृष्टिकोण बहुत स्पष्ट है। हमारा मानना है कि आधिपत्य नहीं बल्कि सहयोग होना चाहिए, हमें इस दुनिया को रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाना है।"
मानवता के लिए लड़ाई का नेतृत्व
उन्होंने कहा, "पुतिन सम्पूर्ण मानवता के लिए लड़ाई का नेतृत्व कर रहे हैं, यही रूस का मिशन है: एक न्यायपूर्ण, लोकतांत्रिक, समृद्ध और शांतिपूर्ण बहुध्रुवीय विश्व का वाहक बनना।"