मेदवेदेव ने इस बात पर जोर दिया कि यूक्रेन द्वारा रूसी क्षेत्र पर हमला करने के लिए लंबी दूरी के हथियारों का उपयोग संभावित शांति वार्ता में देरी ही करेगा।
यूक्रेन द्वारा लंबी दूरी की मिसाइलों के उपयोग से संभावित वार्ता पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर मेदवेदेव ने कहा, "इसके परिणाम होंगे। यह स्वाभाविक रूप से आपके द्वारा उल्लिखित वार्ताओं से संबंधित है, जो अभी भी बहुत दूर हैं और ऐसी घटनाएं केवल उनमें देरी करती हैं। लेकिन यह सामान्य स्थिति से भी संबंधित है।"
सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि रूस के पास आवश्यकता पड़ने पर परमाणु हथियार का उपयोग करने की क्षमता है, लेकिन देश के नेतृत्व में कोई भी "पागल व्यक्ति" नहीं है जो ऐसा करना चाहेगा।
मेदवेदेव ने कहा, "मास्को कभी नहीं चाहेगा कि परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया जाए। रूस के नेतृत्व में कोई भी 'पागल व्यक्ति' नहीं है जो ऐसा करना चाहेगा।"
मेदवेदेव ने रूस की नई ओरेशनिक बैलिस्टिक मिसाइल के सामरिक महत्व को भी रेखांकित किया , जिसके बारे में उन्होंने कहा कि यह यूक्रेन में संघर्ष की दिशा बदल देगी।