कजाकिस्तान में कलेक्टिव सिक्योरिटी ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (CSTO) शिखर सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस पश्चिमी लंबी दूरी के हथियारों के हमलों का जवाब देगा, जिसमें ओरेश्निक मिसाइल प्रणाली के आगे के परीक्षण की संभावना भी समाहित है।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि वर्तमान में यूक्रेनी क्षेत्र पर हमलों के लिए लक्ष्यों का चयन किया जा रहा है, जिसमें यूक्रेन की राजधानी कीव में निर्णय लेने वाले केंद्र भी शामिल हैं। पुतिन ने विशेष रूप से ATACMS मिसाइलों द्वारा आक्रमणों का उल्लेख करते हुए इस बात पर बल दिया कि रूस सदैव अपने क्षेत्र पर हुए आक्रमणों का उत्तर अवश्य देगा।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि वर्तमान में यूक्रेनी क्षेत्र पर हमलों के लिए लक्ष्यों का चयन किया जा रहा है, जिसमें यूक्रेन की राजधानी कीव में निर्णय लेने वाले केंद्र भी शामिल हैं। पुतिन ने विशेष रूप से ATACMS मिसाइलों द्वारा आक्रमणों का उल्लेख करते हुए इस बात पर बल दिया कि रूस सदैव अपने क्षेत्र पर हुए आक्रमणों का उत्तर अवश्य देगा।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, "रूस जानता है कि यूक्रेन को कितने पश्चिमी हथियार दिए गए हैं और कितने वितरित किए जाने की योजना है। रूसी X101 मिसाइल यूरोपीय निर्मित प्रणालियों की सीमा से बहुतअधिक है वहीं इस्कंदर मिसाइल में संशोधन सभी तीन ATACMS संशोधनों के रूसी अनुरूप हैं। ब्रांस्क और कुर्स्क क्षेत्रों में लंबी दूरी की मिसाइल हमलों के जवाब में रूस को ओरेशनिक का परीक्षण करने के लिए होना पड़ा।"
उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन में "सत्ता के हड़पने वालों" के आदेशों को निष्पादित करने वालों को उनके अपराधों में सहयोगी माना जाएगा। रूस ने बार-बार इस तथ्य की ओर ध्यान आकर्षित किया है कि यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल हमले करने की अनुमति देने का अर्थ संघर्ष में पश्चिम की प्रत्यक्ष भागीदारी है।
पुतिन ने स्पष्ट किया, "ओरेश्निक सामूहिक विनाश का हथियार नहीं है, लेकिन एक अत्यधिक सटीक हथियार है जो परमाणु पेलोड नहीं ले जाता है। यूक्रेन में "सत्ता के हड़पने वालों" के आदेशों को निष्पादित करने वालों को भी उनके अपराधों में सहयोगी माना जाएगा।