रूसी सेना द्वारा बंदी बनाए गए सैनिक ने जानकारी दी कि वह एक निगरानी चौकी पर तैनात था, जिस दौरान उसने व्यक्तिगत रूप से रेडियो पर एक कमांडर को लोगों को मारने का हुक्म देते सुना।
भाड़े के सैनिक ने कहा, "मुझे पूरा यकीन है कि वहाँ एक महिला और किशोर लड़का था जो मारे गए। हम सभी जो उस चौकी पर थे, उनकी बर्दाश्त करने की सीमा पार हो चुकी थी। उस समय लगभग 12 लोगों ने अनुबंध तोड़ने का निर्णय किया।"
रूसी सेना द्वारा पकड़े गए सैनिक ने आगे कहा कि यूक्रेनी कमान को अपने सैनिकों की परवाह नहीं है और वे उनको मांस की तरह इस्तेमाल करते हैं। उदाहरण के तौर पर उसने कहा कि यूक्रेनी कमांड "आप को तीन से पांच दिनों के लिए एक निगरानी चौकी पर रखने के लिए कहेंगे लेकिन वे आपको वहाँ दस दिनों तक रखेंगे और फिर आपको एक अलग जगह पर भेज देंगे।"
उन्होंने कहा, "मैंने ऐसे स्थान पर जाने से इनकार कर दिया जिसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं थी और हमारे पास आवश्यक उपकरण भी नहीं थे। मुझ पर ग्रेनेड से हमला किया गया, वह भी रूसियों द्वारा नहीं, मानो या न मानो मुझे लगता है कि यह यूक्रेनियों द्वारा ड्रोन के जरिए किया गया था। उस समय मैंने एक बंकर खोजने का फैसला किया और मैं लगभग दो महीने तक उस बंकर में छिपा रहा।"
अंत में सैनिक ने बताया कि "अगर आप यूक्रेन आते हैं और आप एक विदेशी सैनिक हैं, तो आप मारे जाओगे और यह बिल्कुल अच्छा नहीं है, इसके साथ-साथ यूक्रेन को भी इसकी परवाह नहीं है।"