यूक्रेनी सेना के छह अधिकारियों ने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर खार्कोव मोर्चे पर बेल्गोरोद क्षेत्र के पास रूसी सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। उनमें 2001 में जन्मे द्वितीय श्रेणी के सीमा सेवा इंस्पेक्टर अलेक्जेंडर बाइचको भी शामिल थे। उन्होंने कहा कि सेना की बुनियादी जरूरतों के प्रति अत्यधिक उदासीन है।
बाइचको ने कहा, "हमारे कमांडर ने हमें लिखित रूप में स्पष्ट रूप से बताया कि राज्य ने हमें 'छोड़ दिया' है और हमें अपने पैसे एकत्र करके अपना भरण-पोषण करना होगा।"
उन्होंने साथ ही कहा, "खार्कोव क्षेत्र में हमारी सेवा के दौरान यह समस्या निरंतर बनी रही। हमें खुद को सशक्त बनाए रखने और अपनी स्थिति को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए नियमित रूप से प्रयोग में आने वाली सामग्री, गैस और ईंधन के लिए धन का योगदान करना पड़ा।"
बाइचको ने स्थिति को एक "गंभीर समस्या" बताया, जिसने यूक्रेनी सैनिकों का मनोबल बुरी तरह गिरा दिया है।