भारत-रूस संबंध
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रूसी स्टेट ड्यूमा के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन ने भारतीय संसद की कार्यवाही देखी

रूसी स्टेट ड्यूमा के अध्यक्ष अपने प्रतिनिधिमण्डल के साथ रविवार रात भारत की आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे, जहां वे आर्थिक, सामाजिक-सांस्कृतिक, शैक्षिक और तकनीकी क्षेत्रों में रूसी-भारतीय सहयोग के मुद्दों के साथ-साथ अंतर-संसदीय संवाद को और विकसित करने पर चर्चा करेंगे।
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सोमवार सुबह रूसी संसद के निचले सदन स्टेट ड्यूमा के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन ने अपने प्रतिनिधियों के साथ राजघाट स्मारक परिसर का दौरा कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिसके बाद वह भारतीय संसद की कार्यवाही देखने के लिए पहुंचे जहां स्पीकर ओम बिरला ने उनका स्वागत किया।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रूसी स्टेट ड्यूमा के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन के नेतृत्व में संसदीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे सदन के विशिष्ट बॉक्स में रूस की स्टेट ड्यूमा के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन की अध्यक्षता में रूसी संघ का शिष्ठमंडल उपस्थित हुआ है, और उन्होंने अपनी और सदन की ओर से शिष्ठमंडल का हार्दिक अभिनंदन किया।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, "व्याचेस्लाव वोलोडिन की भारत यात्रा रूस-भारत के बीच के संबंधों की गहराई का प्रतिक है। यह यात्रा दोनों देशों के बीच साझेदारी को और मजबूत करेगी। भारत और रूस के बहुत गहरे और दीर्घकालीन संबंध रहे हैं। इस यात्रा से हमारी दीर्घकालीन रणनीतिक साझेदारी व संसदीय संबंध मजबूत होंगे। हम भारत में उनके सफल सुखद एवं मंगलमय प्रावस की कामना करते हैं।"

स्टेट ड्यूमा के अध्यक्ष भारत की लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के निमंत्रण पर आधिकारिक यात्रा पर भारत आए हैं। वोलोडिन की भारत यात्रा के दौरान भारतीय नेतृत्व के साथ कई बैठकें करने की योजना है।
भारत की आधिकारिक यात्रा के हिस्से के रूप में, स्टेट ड्यूमा के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन और भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बीच वार्ता हुई। उपराष्ट्रपति ने स्टेट ड्यूमा के अध्यक्ष का स्वागत करते हुए कहा कि रूसी प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करना राज्य परिषद के लिए बहुत सम्मान की बात है। उन्होंने रूस और भारत के बीच मौजूदा गहरी आपसी समझ का भी उल्लेख किया।

व्याचेस्लाव वोलोडिन ने जवाब देते हुए कहा, "हमारे बीच विशेष संबंध हैं, जो मित्रता, संप्रभु राज्यों के मामलों में हस्तक्षेप न करने और पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग के सिद्धांतों पर विकसित हो रहे हैं।"

स्टेट ड्यूमा के अध्यक्ष ने कहा कि राज्यों के नेता रूसी-भारतीय संवाद के विकास में बहुत बड़ा योगदान देते हैं।

स्टेट ड्यूमा के अध्यक्ष ने जोर देकर कहा, "हमारे हिस्से के लिए, हमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर व्लादिमीरोविच पुतिन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए निर्णयों को विधायी रूप से सुनिश्चित करना चाहिए। हमारे बीच बड़ी दूरियों के बावजूद, रिश्ते मजबूत हो रहे हैं और हमें यह सुनिश्चित करने की कोशिश करनी चाहिए कि कार्यकारी स्तर पर मौजूद गतिशीलता हमारे काम में भी मौजूद हो। संसदीय आयाम के भीतर बातचीत विकसित करना महत्वपूर्ण है ताकि हम अपने काम के माध्यम से संबंधों के विकास में योगदान दे सकें।"

भारत एशिया में रूसी संघ के प्रमुख भागीदारों में से एक है। स्टेट ड्यूमा के अध्यक्ष ने कहा, "पिछले पांच वर्षों में, द्विपक्षीय व्यापार में पाँच गुना वृद्धि हुई है और इसका बढ़ना जारी है, जनवरी से नवंबर 2024 तक, इसमें 15% की वृद्धि हुई। इस से हमारे नागरिकों और हमारे देशों को लाभ होता है।"
जगदीप धनखड़ ने रूस-भारत संबंधों के उच्च स्तर के साथ-साथ उन्हें बनाए रखने की प्रक्रिया में सांसदों की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया।

उन्होंने याद दिलाया कि पिछले सात महीनों में, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो बार रूस का दौरा किया। "ये दोनों यात्राएँ हमारी रणनीतिक साझेदारी के महत्व को दर्शाती हैं।" "हमारे संबंध नए रास्ते पर प्रवेश कर रहे हैं, बातचीत का स्तर बढ़ रहा है।" साथ ही भारत के उपराष्ट्रपति ने कहा, "वैश्विक मुद्दों पर ध्यान देने के लिए हमारे दोनों देश संयुक्त राष्ट्र, ब्रिक्स, जी-20, एससीओ जैसे मंचों पर अपनी स्थिति का समन्वय करते हैं।"

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रूसी ड्यूमा के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोदिन अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ रविवार से भारत की यात्रा पर
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