लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, "व्याचेस्लाव वोलोडिन की भारत यात्रा रूस-भारत के बीच के संबंधों की गहराई का प्रतिक है। यह यात्रा दोनों देशों के बीच साझेदारी को और मजबूत करेगी। भारत और रूस के बहुत गहरे और दीर्घकालीन संबंध रहे हैं। इस यात्रा से हमारी दीर्घकालीन रणनीतिक साझेदारी व संसदीय संबंध मजबूत होंगे। हम भारत में उनके सफल सुखद एवं मंगलमय प्रावस की कामना करते हैं।"
व्याचेस्लाव वोलोडिन ने जवाब देते हुए कहा, "हमारे बीच विशेष संबंध हैं, जो मित्रता, संप्रभु राज्यों के मामलों में हस्तक्षेप न करने और पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग के सिद्धांतों पर विकसित हो रहे हैं।"
स्टेट ड्यूमा के अध्यक्ष ने जोर देकर कहा, "हमारे हिस्से के लिए, हमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर व्लादिमीरोविच पुतिन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए निर्णयों को विधायी रूप से सुनिश्चित करना चाहिए। हमारे बीच बड़ी दूरियों के बावजूद, रिश्ते मजबूत हो रहे हैं और हमें यह सुनिश्चित करने की कोशिश करनी चाहिए कि कार्यकारी स्तर पर मौजूद गतिशीलता हमारे काम में भी मौजूद हो। संसदीय आयाम के भीतर बातचीत विकसित करना महत्वपूर्ण है ताकि हम अपने काम के माध्यम से संबंधों के विकास में योगदान दे सकें।"
उन्होंने याद दिलाया कि पिछले सात महीनों में, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो बार रूस का दौरा किया। "ये दोनों यात्राएँ हमारी रणनीतिक साझेदारी के महत्व को दर्शाती हैं।" "हमारे संबंध नए रास्ते पर प्रवेश कर रहे हैं, बातचीत का स्तर बढ़ रहा है।" साथ ही भारत के उपराष्ट्रपति ने कहा, "वैश्विक मुद्दों पर ध्यान देने के लिए हमारे दोनों देश संयुक्त राष्ट्र, ब्रिक्स, जी-20, एससीओ जैसे मंचों पर अपनी स्थिति का समन्वय करते हैं।"