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भारतीय सेना के बाद अब केरल पुलिस को मिल सकती है मेड-इन-इंडिया AK-203

कोरवा आयुध कारखाने की क्षमताएं रक्षा मंत्रालय और भारत की अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के कर्मियों को AK-203 असॉल्ट राइफलों से लैस करना संभव बनाती हैं, जो अपनी उच्च अनुकूलन क्षमता के कारण विभिन्न ऑपरेटरों के लिए उपयुक्त हैं।
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भारत और रूस का संयुक्त उद्यम इंडो-रूसी राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड भारत के केरल राज्य की पुलिस को कलाश्निकोव AK203 असॉल्ट राइफलों की आपूर्ति के लिए एक निविदा में भाग ले रहा है।
अगर कंपनी इस निविदा में अव्वल आती है तो केरल पुलिस घरेलू रूप से निर्मित इन असॉल्ट राइफलों को खरीदने वाली दूसरी भारतीय सुरक्षा एजेंसी बन जाएगी।

रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के सीईओ अलेक्जेंडर मिखेयेव ने बताया कि कलाश्निकोव AK-203 असॉल्ट राइफल भारतीय सेना के प्रतिस्थापन कारतूस, 7.62×39 मिमी के लिए AK-200 असॉल्ट राइफल का एक संस्करण है। कलाश्निकोव असॉल्ट राइफलें विश्वसनीय हैं और इनका रखरखाव आसान है।

AK-203 का निर्माण भारत में प्रमाणित उपकरणों पर विशेष रूसी तकनीकों का उपयोग करके किया जाता है। इससे उच्च उत्पाद गुणवत्ता और घोषित विशेषताओं का अनुपालन सुनिश्चित होता है। साथ ही, मेक इन इंडिया कार्यक्रम के सिद्धांतों और आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा का पालन किया जाता है।
रूसी पक्ष से इंडो-रूसी राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना में रोसोबोरोनएक्सपोर्ट और रोस्टेक स्टेट कॉरपोरेशन के कलाश्निकोव कंसर्न शामिल हैं।
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