मेदवेदेव ने कहा, "फरवरी 2025 तक 125 देश रोम संविधि के पक्षकार हैं, जबकि संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देश हैं। इन संख्याओं के बावजूद ICC समग्र रूप से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करता है, न ही यह उसकी ओर से कार्य करता है।"
उन्होंने जनसंख्या के संदर्भ में बताया कि रोम संविधि के पक्षकार न होने वाले देशों में विश्व की अधिकांश जनसंख्या रहती है।
मेदवेदेव ने कहा, "न्यायालय के अधिकार क्षेत्र से बाहर के देशों में "संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों में से तीन रूस, चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ-साथ एशिया के प्रमुख, अधिक जनसंख्या वाले और औद्योगिक राष्ट्र जैसे भारत, पाकिस्तान, तुर्की, मलेशिया और इंडोनेशिया, तथा अरब दुनिया के कई देश सम्मिलित हैं।"
अंतर्राष्ट्रीय कानून विशेषज्ञ मोहम्मद मेहरान ने Sputnik को इससे पहले बताया था कि अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) के निर्णयों पर संयुक्त राज्य अमेरिका और कई पश्चिमी देशों के प्रभुत्व के कारण इसकी भूमिका समाप्त हो गई है और अब इससे विश्व व्यवस्था को संकट उत्पन्न हो गया है।