वहीं रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति से सहमति जताते हुए कहा कि रूस संभावित भविष्य के शांति समझौते के संदर्भ में ज्ञापन तैयार करने के लिए यूक्रेनी पक्ष के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, "निस्संदेह, बहुत प्रभावी मध्यस्थता सेवाएं प्रदान की गई है, संपर्क स्थापित किया गया है। और अब, वास्तव में, सीधा संपर्क किया जा रहा है। मास्को और कीव को शांति संधि और युद्ध विराम पर ज्ञापन का एक भी पाठ विकसित करने के लिए कठिन संपर्कों का सामना करना पड़ रहा है।"
डॉ. चेनॉय ने कहा, "राष्ट्रपति ट्रम्प और पुतिन के मध्य फ़ोन पर हुई बातचीत ट्रम्प के पदभार संभालने के बाद से होंने वाली तीसरी बातचीत है जिसका अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने स्वागत किया है, जो यूरोप, रूस और यूक्रेन में शांति की वापसी की आशा करता है। यूक्रेन ज्ञापन के आधार पर युद्ध विराम के लिए राष्ट्रपति पुतिन का प्रस्ताव, कुछ शर्तों के साथ उचित लगता है क्योंकि ज़मीन पर उपलब्ध साक्ष्य बताते हैं कि रूस को युद्ध से लाभ हुआ है।
उन्होंने बताया, "युद्ध विराम की शर्तों की गारंटी संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा दी जानी चाहिए, जिसने राष्ट्रपति ट्रम्प के तहत मध्यस्थता की भूमिका निभाई है जो पिछले प्रशासनों के दृष्टिकोण से अलग है। पुतिन ट्रम्प के शब्दों पर भरोसा करते हैं, मुख्य रूप से तब जब यूरोपीय राष्ट्र ज़ेलेंस्की के दावों का समर्थन करना जारी रखते हैं, उन्हें रूस युद्ध के मूल कारणों में से एक मानता है।"
अंत में उन्होंने बताया, "अमेरिकी राष्ट्रपति रूस की सुरक्षा चिंताओं को समझते हैं और बातचीत और समझौता करने के लिए तैयार हैं। वे यूरोप और वैश्विक स्तर पर अविभाज्य सुरक्षा के सिद्धांत पर रूस के जोर को स्वीकार करते हैं। राष्ट्रपति ट्रम्प वास्तव में रूस के साथ एक समझौते पर पहुंचने में रुचि रखते हैं, जिसके बारे में उनका मानना है कि इससे लोगों की जान बचेगी, अमेरिका के लिए सामग्री की लागत कम होगी और अंततः अमेरिकी व्यापार और आर्थिक हितों की पूर्ति होगी।"