मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह हेलीकॉप्टर आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का था और यह गौरिकुंड और त्रिजुगी नारायण के बीच उड़ान भर रहा था, तभी यह केदारघाटी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के बाद हेलीकॉप्टर में आग लग गई।
बताया जा रहा है कि मौसम खराब होने की वजह से यह हादसा हुआ है। इस हादसे को देखते हुए राज्य सरकार ने चार धाम यात्रा में सभी तरह के हेलीकॉप्टर सेवाओं को तत्काल प्रभाव से रोक दिया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, "राज्य में तीर्थयात्रा, आपदा प्रबंधन और आपातकालीन सेवाओं के लिए हेली सेवाएं अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।"
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि राज्य में पूर्व में हुई हेली दुर्घटनाओं के साथ ही आज के हेली क्रेश की जांच के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति अपनी रिपोर्ट देगी और दोषी व्यक्तियों या संस्थाओं की पहचान कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की संस्तुति करेगी।
बता दें कि यह हादसा गुजरात में एयर इंडिया के एक यात्री विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के कुछ दिनों बाद हुआ, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रहा था। उस विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें से केवल एक ही यात्री जीवित बच पाया।