ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने कहा कि वह "इज़राइल के खिलाफ़ तब तक अभियान जारी रखेगा जब तक इज़राइल पूरी तरह से नष्ट हो जाता।"
IRGC अधिकारियों ने आगे कहा कि ईरान ने इज़राइल पर हाल ही में किए गए हमलों के दौरान इज़रायली हवाई सुरक्षा को बाधित किया, जिससे उन्हें आयरन डोम को सफलतापूर्वक तोड़ने में मदद मिली।
बयान में कहा गया, "इस अभियान में इस्तेमाल की गई रणनीति और क्षमताओं ने इज़राइल की रक्षा प्रणालियों को एक-दूसरे को निशाना बनाने पर मजबूर कर दिया।"
ईरानी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार ईरानी हमले से F-35/परमाणु-सक्षम नेवेटिम एयर बेस, इज़राइल की सबसे बड़ी (200K बैरल तेल प्रतिदिन) ईंधन आपूर्ति करने वाली बाज़न रिफाइनरी, हाइफ़ा पावर प्लांट ग्रिड के साथ-साथ इज़राइल का प्रमुख सैन्य रसद केंद्र गैलिली बेस जैसे कई रणनीतिक लक्ष्य प्रभावित हुए या ध्वस्त हो गए हैं।
गौरतलब है कि 13 जून की रात को, इज़रायली रक्षा बलों (IDF) ने राइजिंग लॉयन नामक एक अभियान शुरू किया था, जिसमें वायु सेना ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम के सैन्य लक्ष्यों और सुविधाओं पर हमला किया था।
वहीं IRGC के मुताबिक इन हमलों के जवाब में इस्लामिक रिपब्लिक ने इज़राइल के सैन्य ठिकानों के खिलाफ़ ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III शुरू किया।