मंत्री के अनुसार, भारत वैश्विक अर्धचालक बाजार में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, “हम अब सेमीकंडक्टर चिप का निर्माण शुरू कर रहे हैं। हमने पहले ही छह सेमीकंडक्टर कारखानों की स्थापना को मंजूरी दे दी है। इनका निर्माण कार्य जारी है। भारत में निर्मित पहली चिप 2025 में जारी होगी।”
भारत सरकार पहले ही इस उद्योग के विकास की योजना की घोषणा कर चुकी है और विदेशी कंपनियों को आकर्षित करने के लिए सक्रिय प्रयास कर रही है।
भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर संघ के अनुसार, 2030 तक भारत का सेमीकंडक्टर बाजार 100 अरब डॉलर से अधिक हो जाएगा।