पायलट संघ ने इन मीडिया रिपोर्टों पर कड़ी आपत्ति जताई है, जिनमें दावा किया गया था कि अमेरिकी जांच एजेंसियों के शुरुआती आकलन के अनुसार विमान के कप्तान ने जानबूझकर ईंधन आपूर्ति स्विच बंद कर दिए थे। रॉयटर्स ने भी ऐसी ही खबर प्रकाशित की थी। भारतीय विमानन समुदाय ने इन दावों को निराधार और मानहानिकारक बताया है।
संस्था के अध्यक्ष चरणवीर रंधावा ने कहा, “भारत में जारी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में पायलटों की गलती का कहीं भी उल्लेख नहीं है। हमने WSJ और रॉयटर्स को औपचारिक नोटिस भेजा है, जिसमें स्पष्टीकरण और सार्वजनिक माफ़ी की मांग की गई है। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो हम आगे की कार्रवाई करेंगे।”
पायलट संघ ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया से संयम बरतने और अटकलों से बचने की अपील की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि इस प्रकार की गैर-जिम्मेदाराना रिपोर्टिंग भारतीय विमानन प्रणाली में जनता का विश्वास कमजोर कर सकती है।
12 जून को Air India का Boeing 787-8 Dreamliner अहमदाबाद के पास एक आवासीय इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान लंदन जा रहा था। हादसे में 275 लोगों की जान गई, जिनमें 241 यात्री व चालक दल के सदस्य और 34 ज़मीन पर मौजूद लोग थे।
2 जुलाई को भारतीय विमानन दुर्घटना जांच ब्यूरो ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट में बताया गया कि दोनों इंजनों की ईंधन आपूर्ति स्विच बंद पाए गए थे।
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में दर्ज संवादों में एक पायलट ने दूसरे से पूछा: “आपने ईंधन आपूर्ति स्विच क्यों बंद किए?” जिस पर जवाब मिला: “मैंने ऐसा नहीं किया।” दुर्घटना के समय विमान 60 वर्षीय कप्तान सुमित सभरवाल (8,200 घंटे उड़ान अनुभव) और 26 वर्षीय को-पायलट क्लाइव कुंदर (1,100 घंटे उड़ान अनुभव) के नियंत्रण में था।