लवरोव ने एनबीसी से बात करते हुए बताया कि एंकरेज के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने कई बिंदुओं पर सुझाव दिया, जिन पर हम सहमत हैं और उनमें से कुछ पर हम कुछ लचीलापन दिखाने पर सहमत हुए।
रूसी विदेश मंत्री ने कहा, "जब राष्ट्रपति ट्रंप ने वाशिंगटन में ज़ेलेंस्की और उनके यूरोपीय प्रायोजकों की उपस्थिति में हुई बैठक में इन मुद्दों को उठाया, तो उन्होंने स्पष्ट रूप से संकेत दिया... कि कई सिद्धांत हैं जिन्हें वाशिंगटन स्वीकार करना चाहता है, जिनमें नाटो की सदस्यता न लेना और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा शामिल है। और ज़ेलेंस्की ने हर बात को 'नहीं' कह दिया। जैसा कि मैंने कहा, उन्होंने रूसी भाषा पर प्रतिबंध लगाने वाले कानून को रद्द करने के लिए भी 'नहीं' कहा।"