प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि सीमा नियंत्रण पर सहमति बनने के साथ-साथ दोनों देशों के बीच सीधी हवाई सेवाएँ भी फिर से शुरू हो रही हैं।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने प्रधानमंत्री से मुलाक़ात के दौरान कहा कि भारत और चीन के रिश्तों को केवल सीमा संबंधी मुद्दों से परिभाषित नहीं किया जाना चाहिए।
शी जिनपिंग ने कहा, "हमें एक-दूसरे की चिंताओं का सम्मान करना चाहिए और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के सिद्धांतों पर कायम रहना चाहिए।"
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि भारत और चीन के नेताओं ने 70 साल पहले जो ‘पंचशील के पांच सिद्धांत’ तय किए थे, उन्हें आगे बढ़ाना आज भी उतना ही ज़रूरी है।
शी जिनपिंग ने कहा, "हमें मिलकर सीमा क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाए रखनी चाहिए और यह नहीं होने देना चाहिए कि सीमा विवाद हमारे द्विपक्षीय रिश्तों की दिशा तय करे।"
गौरतलब है कि रूस में आयोजित 2024 के ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान मोदी और शी जिनपिंग की लगभग पांच साल बाद पहली द्विपक्षीय बैठक हुई थी। उस मुलाक़ात में दोनों नेताओं ने रिश्तों को पटरी पर लाने के लिए ठोस कदम उठाने पर सहमति जताई थी, जिनमें कोविड-19 महामारी और सीमा झड़पों के बाद रुकी हुई सीधी हवाई सेवाओं को फिर से शुरू करना भी शामिल है।