पुतिन ने किम जोंग-उन से अलग बैठक करने के अवसर पर “प्रसन्नता व्यक्त की” और कहा कि रूस और उत्तर कोरिया के संबंध विशेष ढंग से विकसित हो रहे हैं। उन्होंने ज़ोर दिया कि इन संबंधों की मज़बूती ऐतिहासिक अनुभव और साझा संघर्षों पर आधारित है।
रूसी राष्ट्रपति ने याद दिलाया कि कुर्स्क क्षेत्र की मुक्ति में उत्तर कोरियाई सेना की भूमिका देशों के बीच हुए समझौतों के पूर्ण अनुरूप रही।
पुतिन ने कहा, “आधुनिक नव-नाज़ीवाद के खिलाफ़ लड़ाई में उत्तर कोरिया की भूमिका को रूस कभी नहीं भूलेगा। उत्तर कोरियाई सैनिक कुर्स्क क्षेत्र में वीरता से लड़े।”
वहीं किम जोंग-उन ने कहा कि "रूस और उत्तर कोरिया के बीच संबंध सभी पहलुओं में विकसित हो रहे हैं। यदि उत्तर कोरिया किसी भी तरह से रूस की मदद कर सकता है, तो वह ऐसा अवश्य करेगा, यह भाईचारा कर्तव्य है।"
विशेषज्ञों के अनुसार, यह बैठक दोनों देशों के रणनीतिक सहयोग और साझा ऐतिहासिक स्मृति को मज़बूत करने का संकेत है।