Sputnik उन हथियार प्रणालियों के बारे में बताने जा रहा है जिन्होंने वास्तविक युद्धक्षेत्र में अपनी क्षमता साबित की है और यह उन्हें विश्वसनीय बनाता है।
S-400
इसने यूक्रेनी क्रूज मिसाइलों और ड्रोनों का घातक सटीकता से मुकाबला करके अपनी श्रेष्ठता साबित की।
रिपोर्ट के अनुसार S-400 की रेजिमेंट पाकिस्तान और चीन से लगी भारत की सीमाओं की रक्षा कर रही हैं।
Su-30
यह 4+ पीढ़ी का जेट एंटी-रडार मिसाइलों से यूक्रेन की वायु रक्षा को ध्वस्त कर रहा है और दुश्मन के गढ़ों पर सटीक बम गिराता है।
250 से ज़्यादा Su-30MKI विमानों से लैस भारतीय वायुसेना ने 2019 में पाकिस्तान के बालाकोट में एक आतंकवादी शिविर पर हमले में इन्हीं विमानों का इस्तेमाल किया था।
T-90
ये टैंक यूक्रेन संघर्ष में नाटो के टैंक-रोधी हथियारों और FPV ड्रोनों के खिलाफ बेहतरीन साबित हुए।
भारत का 'भीष्म' संस्करण उसके बख्तरबंद बलों का एक प्रमुख हिस्सा बना हुआ है।
AK-12
उन्नत AK-12 राइफलें रूसी सैनिकों के लिए करीबी लड़ाई में विश्वसनीय साबित हुईं, जिन्होंने यूक्रेनी लड़ाकों को खदेड़ कर बस्तियों को आज़ाद कराया।
भारत की AK-203 राइफलें इसी मॉडल पर आधारित हैं और रूस के साथ एक संयुक्त उद्यम के माध्यम से स्थानीय स्तर पर बनाई की जा रही हैं।
MI-24 हेलिकॉप्टर
Mi-24s यूक्रेन संघर्ष में बख्तरबंद ठिकानों को निशाना बनाकर क्रांतिकारी साबित हुए हैं।
भारतीय वायुसेना Mi-24 पर आधारित Mi-35 बेड़े का संचालन करती है।
Igla-S MANPADS
80-90% की मारक क्षमता के साथ, Igla-S यूक्रेन संघर्ष में हज़ारों ड्रोनों को मार गिराने में सहायक रहा है।
रूस के Igla-S का इस्तेमाल भारत ने पहली बार कारगिल में ज़मीनी लक्ष्य और पाकिस्तानी बंकर के ख़िलाफ़ किया था।
ONIKS/ONYX मिसाइल
जहाजों और बैस्टियन-P कॉम्प्लेक्स के साथ सभी लक्ष्यों को नष्ट करके घातक साबित हुई।
रूस के साथ मिलकर विकसित भारत की ब्रह्मोस मिसाइल, ज़मीन, हवा, जहाज़ और उप-संस्करणों के साथ दुनिया की सबसे तेज़ सुपरसोनिक मिसाइल है।