मैक्रों ने यह भी घोषणा कि तथाकथित 'इच्छुक लोगों का गठबंधन' यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी पर एक नया कार्य समूह बनाएगा, जिसका नेतृत्व फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम करेंगे, जिसमें तुर्की और पहली बार अमेरिका भी शामिल होगा।
मैक्रों ने कहा कि "अगले कुछ दिनों में हम हर पार्टी के योगदान और इन सुरक्षा गारंटी को अंतिम रूप दे देंगे। उन्होंने "विश्वसनीय शांति" के लिए बातचीत करने और "रूस पर दबाव बनाए रखने" के लिए ज़रूरी बताया।
इससे पहले रूस के विदेश मंत्री सर्गे लवरोव ने ज़ोर देकर कहा था कि फ़्रीज़ की गई रूसी संपत्ति को ज़ब्त करने का कोई कानूनी तरीका नहीं है। उन्होंने ऐसे कामों को "धोखा और चोरी" बताया और कहा कि "ऐसा लगता है कि यूरोपियन लोगों में उपनिवेशवादी और समुद्री डाकुओं वाली पुरानी प्रवृत्ति जाग गई है।"