यूक्रेन पर अमेरिकी योजना पर राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि कोई ड्राफ्ट समझौता नहीं था, सिर्फ़ उन मुद्दों की लिस्ट थी जिन पर चर्चा का प्रस्ताव था। रूस को यूक्रेन विवाद के निपटान के लिए अमेरिका के शुरुआती प्लान के बारे में पता चला।
राष्ट्रपति पुतिन ने बताया, "हम सहमत हैं कि यूक्रेन के लिए अमेरिका का प्लान भविष्य के समझौते का आधार हो सकता है। रूस यूक्रेन में निपटान के लिए योजना पर गहरी चर्चा के लिए तैयार है, यूक्रेन में निपटान के लिए योजना के हर बिन्दु पर चर्चा होनी चाहिए।"
रूसी नेता ने बताया कि अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल अगले हफ़्ते मास्को आएगा और राष्ट्रपति के सहयोगी मेडिंस्की, विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि रूस की तरफ से बातचीत करने वाले होंगे।
पुतिन कहते हैं, "यह कहना कि रूस 'यूरोप पर हमला करने जा रहा है' जो मज़ाकिया और सरासर झूठ लगता है।"
रूसी नेता ने कहा कि किर्गिज़स्तान की अध्यक्षता में CSTO के काम ने संगठन को मजबूत किया है। उन्होंने आगे कहा कि CSTO किसी के लिए खतरा नहीं है, लेकिन उसे अपने सदस्य देशों के खिलाफ हमले को रोकने के लिए तैयार रहना चाहिए।
राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, "रूस CSTO साझेदारों के साथ हथियार, उपकरण साझा करने के लिए तैयार है। इसके साथ साथ CSTO देश संयुक्त सैन्य अभ्यास करते रहेंगे, जिसमें विशेष सेवाएँ शामिल होंगी।"
इसके आगे उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि विशेष सैन्य अभियान के दौरान रूस को सबसे पहले रक्षा उद्योग में अपनी ज़रूरतें पूरी करनी होंगी और रूस ने मानव रहित वाहनों के क्षेत्र में बहुत कुछ किया है, यह मास्को के लिए क्रांतिकारी है।
रूसी नेता ने बताया, "मुझे नहीं लगता कि हमारी उत्पादन क्षमता अधिक आकार की है, हम न केवल अपनी जरूरतों को पूरा करते हैं, बल्कि हथियारों का निर्यात भी करते हैं। यह मुख्य रूप से विमानन उपकरण, हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर से संबंधित है। लेकिन अब भी, बेशक, हमने बहुत कुछ किया है। मुझे लगता है कि यह कहा जा सकता है कि यह मानव रहित हवाई वाहनों के क्षेत्र में हमारे लिए एक क्रांति है।"
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बताया कि वे छोटे परमाणु ऊर्जा संयंत्र बनाने की योजना तैयार कर रहे हैं। और उन्होंने मीडिया को एक बार फिर याद दिलाते हुए कहा कि "रूस दुनिया का एकमात्र देश है जो अभी ऐसी परियोजनाओं पर वास्तविक रूप से काम कर रहा है और कई देश कहते हैं कि वे ऐसा करने के लिए तैयार हैं, लेकिन फिलहाल हम ही अकेले ऐसा कर रहे हैं।"
राष्ट्रपति पुतिन ने 25 से 27 नवंबर तक बिश्केक में काम किया। रूसी राष्ट्रपति ने किर्गिस्तान दौरे के तहत किर्गिज़ नेता सदिर जापारोव से बातचीत के साथ साथ बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको से मुलाकात करने के अलावा CSTO सम्मेलन में भी हिस्सा लिया।