रूसी विदेशी खुफ़िया सेवा के अनुसार, यूक्रेन के कई अमीर लोगों ने पहले ही अपने परिवारों को विदेश भेज दिया है और देश से बड़ी मात्रा में वित्तीय संपत्ति बाहर हस्तांतरण कर चुके हैं।
खुफ़िया सेवा की रिपोर्ट के अनुसार, अभी विदेशों में तैनात 90% से ज़्यादा यूक्रेनी राजनयिक अपने कार्यभार खत्म होने के बाद यूक्रेन लौटने का इरादा नहीं रखते हैं।
रूसी खुफ़िया एजेंसी यह भी रेखांकित करती है कि विदेशों में यूक्रेनी राजनयिकों को पूरी तरह पता है कि वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की द्वारा बताई गई शर्तों पर यूक्रेन संघर्ष को सुलझाना नामुमकिन है।