जीएनयू के प्रमुख अब्दुल हामिद दबीबा ने कहा कि अल-हद्दाद और उनके साथ के लोग उस विमान दुर्घटना में मारे गए, जो अंकारा से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद रडार स्क्रीन से गायब हो गया था।
अल-लाफ़ी ने अल-जज़ीरा को बताया, "सभी संकेत इस बात की ओर इशारा करते हैं कि विमान दुर्घटना का कारण कोई तकनीकी खराबी थी।"
तुर्किये के राष्ट्रपति कार्यालय के संचार निदेशालय के प्रमुख बुरहानेत्तिन दुरान ने कहा कि विमान में सवार सभी लोग इस हादसे में मारे गए।
दुरान ने X पर लिखा, "23 दिसंबर, 2025 को लीबिया के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ जनरल मोहम्मद अली अहमद अल हद्दाद, उनके साथ के चार लोग और तीन क्रू मेंबर को ले जा रहे एक प्राइवेट जेट ने 20:17 बजे एसेनबोगा हवाई अड्डे से उड़ान भरी। 20:33 बजे उसने एयर ट्रैफिक कंट्रोल को बिजली की खराबी के कारण इमरजेंसी की सूचना दी और आपातकालीन लैंडिंग का अनुरोध किया।"
तुर्किये के सूचना निदेशक ने बताया कि विमान को वापस एसेनबोगा हवाई अड्डे की ओर मोड़ दिया गया और उसने इमरजेंसी लैंडिंग के लिए नीचे उतरना शुरू किया, लेकिन मंगलवार को स्थानीय समयानुसार 20:36 बजे वह रडार स्क्रीन से गायब हो गया।
दुरान ने कहा, "हमारे गृह मंत्रालय से जुड़ी टीमों द्वारा शुरू किए गए सर्च अभियान के बाद, उस विमान का मलबा मिल गया है जिसके बारे में माना जा रहा है कि वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, और सभी संबंधित संस्थान सावधानी से ज़रूरी काम कर रहे हैं।"
तुर्किये के गृह मंत्री अली येरलिकाया ने मंगलवार को एक्स पर बताया कि विमान में पांच यात्री सवार थे, जिनमें लीबियाई सेना प्रमुख मोहम्मद अल-हद्दाद भी शामिल थे।