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रूस में तेंदुओं की देखभाल के लिए भारतीय तंत्रिका नेटवर्क लागू किया जाएगा

© Sputnik / Ilya Naymushkin / मीडियाबैंक पर जाएंRussian snow leopard named Kisunya
Russian snow leopard named Kisunya - Sputnik भारत, 1920, 15.12.2022
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सुदूर पूर्वी तेंदुआ, बिल्ली की प्रजाति में दुनिया में सब से दुर्लभ और बड़ी प्रजाति की बिल्ली है। प्रीमोरिय रूसी राष्ट्रीय उद्यान "तेंदुए की भूमि" में यह तेंदुएं सबसे ज्यादा तादात में रहते हैं। आंकड़ों के अनुसार, इन रूसी संरक्षित क्षेत्रों में 121 वयस्क सुदूर पूर्वी तेंदुए जंगली में रहते हैं।
तेंदुए की भूमि रूसी राष्ट्रीय उद्यान के रिपोर्ट से ; भारतीय विशेषज्ञों द्वारा बनाए गए सॉफ्टवेयर का उपयोग आनेवाले महीनों में रूस के प्रीमोरिय क्षेत्र में दुर्लभ सुदूर पूर्वी तेंदुए की तस्वीरों को संसाधित करने और विश्लेषण करने में उपयोग में लिया जाएगा ।
अप्रैल में रूसी राष्ट्रीय उद्यान के निर्देशक और भारत के राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने सुदूर पूर्वी तेंदुए की तस्वीरों के विश्लेषण के लिए भारतीय सॉफ्टवेयर को लागू करने की समझौते पर हस्ताक्षर करदिए हैं । इससे पहले उद्यान के निदेशक विक्टर बर्ड्यूक ने Sputnik को बताया था कि अभी हर एक साल के दौरान कैमरा ट्रैप की 10 लाख तस्वीरों का विश्लेषण करना पड़ता है, और भारतीय सहयोगियों का सॉफ्टवेयर इस काम को बड़ी ही आसानी से करदेगा ।
तेंदुए की भूमि के निर्देशकों के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के निमंत्रण पर भारत का दौरा किया।

इस यात्रा का वर्णन करते हुए बयान में कहा गया है कि "यात्रा का एक मुख्य उद्देश्य रूसी विशेषज्ञों को कृत्रिम तंत्रिका नेटवर्कों का काम और तेंदुए की भूमि की फोटो मॉनिटरिंग, की डेटा के लिए सॉफ्टवेयर को बदलने के सिद्धांत समझाना था। उम्मीद है कि भारतीय विशेषज्ञों द्वारा बनाया गया यह नया सॉफ्टवेयर आनेवाले कुछ महीनों में तेंदुए की भूमि के वैज्ञानिक विभाग में काम करने लगेगा।"

राष्ट्रीय उद्यान के अनुसार, तस्वीरों में जानवरों की प्रजाति के निर्धारण और उनकी स्वचालित छँटाई की एल्गोरिदमों की बदौलत कृत्रिम तंत्रिका नेटवर्क कैमरा ट्रैप की डेटा की बहुत बड़ी संख्या का विश्लेषण बहुत तेज़ हो जाएगा।

इस बयान में बर्ड्यूक के हवाले से कहा गया है कि "हम यह ज़रूर कह सकते हैं कि भारत में दुर्लभ बिल्लियों पर शोध और उनकी संरक्षण का समृद्ध अनुभव अत्यंत मूल्यवान है, और "तेंदुए की भूमि" राष्ट्रीय उद्यान में इसके अनुसार काम किया जा सकता है। इसके अलावा, भारत के संरक्षित प्राकृतिक क्षेत्रों में संरक्षण और पर्यटन के संगठन के साथ परिचय ने नए मुद्दों को लेकर सहयोग करने के लिए एक नया रास्ता प्रसस्त कर दिया है।"

"तेंदुए की भूमि" नामक राष्ट्रीय उद्यान को रूस में "बिल्लियों'' का" सबसे संरक्षित क्षेत्र माना जाता है, क्योंकि रूस में केवल इस उद्यान में अमूर तेंदुआ, अमूर बाघ, लिंक्स और अमूर तेंदुआ बिल्ली नामक जंगली बिल्लियों की चार प्रजातियाँ एक साथ मिल सकती हैं। 2020 के कैमरा ट्रैप मॉनिटरिंग के परिणामों के अनुसार, वहां 41 वयस्क अमूर बाघ 268,000 हेक्टेयर क्षेत्र में रहते हैं यानी वहां उनकी सघनता सुदूर पूर्व में सब से घना है। वहाँ 110 अमूर तेंदुए साथ रहते हैं। राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना के बाद तेंदुओं की संख्या तीन गुनी बढ़ गई है।
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