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नेपाल के नए पीएम 'प्रचंड' ने पद संभालने के बाद माओ की विरासत को श्रद्धांजलि दी

© AFP 2023 ASHOK DULALMaoist chairman Pushpa Kamal Dahal, also known as Prachanda, casts his vote to elect Nepal's President in Kathmandu on March 13, 2018.
Maoist chairman Pushpa Kamal Dahal, also known as Prachanda, casts his vote to elect Nepal's President in Kathmandu on March 13, 2018. - Sputnik भारत, 1920, 26.12.2022
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पूर्व विद्रोही नेता पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' ने सोमवार को आधिकारिक समारोह में नेपाल के नए प्रधान मंत्री के रूप में शपथ ली।
नेपाल के नए प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल यानी 'प्रचंड' ने सोमवार को पूर्व चीनी राष्ट्रपति माओ से-तुंग की जयंती मनाने के लिए एक ट्वीट लिखा।
यह साम्यवादी राजनेता को तीसरी बार स्थल-रुद्ध हिमालयी देश के नेता नियुक्त किए जाने के एक दिन बाद हुआ।
नेपाली में ट्वीट में लिखा है, "मैं अंतरराष्ट्रीय सर्वहारा वर्ग के सम्मानित नेता कॉमरेड माओ से-तुंग को उनकी 130वीं जयंती की शुभकामनाएं देता हूं।"
© Photo : Twitter/ Comrade PrachandaA screenshot of a tweet posted by Nepal’s Prime Minister Pushpa Kamal Dahal
A screenshot of a tweet posted by Nepal’s Prime Minister Pushpa Kamal Dahal - Sputnik भारत, 1920, 26.12.2022
A screenshot of a tweet posted by Nepal’s Prime Minister Pushpa Kamal Dahal
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, पूर्व पक्षपातपूर्ण नेता और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओवादी सेंटर) के प्रमुख प्रचंड ने रविवार शाम को राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी के सामने देश की नई सरकार बनाने का दावा किया।
पिछले महीने चुनावों में त्रिशंकु जनादेश होने के बाद उन्होंने नेपाल की 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 169 सांसदों के समर्थन का दावा किया था।
पूर्व प्रधान मंत्री शेर बहादुर देउबा के नेतृत्व में पूर्व सत्तारूढ़ नेपाली कांग्रेस चुनावों में हिस्सा लेनेवाला सबसे बड़ा दल था लेकिन उसको प्रतिनिधि सभा में बहुमत नहीं मिला।
रविवार को प्रचंड के राष्ट्रपति के दौरे से पहले देउबा पीएम पद की दौड़ में सबसे आगे थे।
68 वर्षीय राजनीतिक नेता कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी), राष्ट्रीय स्वातंत्र पार्टी (आरएसपी), राजवाद समर्थक राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी, नागरिक उन्मुक्ति पार्टी, जनता समाजवादी पार्टी और जनमत पार्टी की रैगटैग राजनीतिक गठबंधन का नेतृत्व करेंगे।
सत्ता-साझाकरण व्यवस्था के तहत, प्रचंड 2025 तक पांच सालों के कार्यकाल के पहले आधे के दौरान सरकार का नेतृत्व करेंगे। बाद में वे कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी) के लिए शासन में आने का मार्ग प्रदान करेंगे।
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ नेपाल (यूएमएल) का नेतृत्व एक अन्य पूर्व प्रधान मंत्री खड्ग प्रसाद शर्मा ओली करते हैं। हालाँकि पहले देश के वामपंथी आंदोलन के नेतृत्व को लेकर उनकी राय अलग थी, अब वे प्रचंड के वैचारिक सहयोगी हैं।
वामपंथी विद्रोह के वर्षों के बाद, नेपाल ने 2008 में अपनी हिंदू राजशाही को गिरा दिया था और 2015 में नेपाल का नया संविधान बनाया गया।
नेपाल के कारण भारत और चीन की लड़ाई
चीन के साथ काठमांडू के बढ़ते आर्थिक और राजनीतिक संबंध देश के नए संविधान के 2015 में लागू होने के बाद भारत और नेपाल की 1950 की शांति तथा मित्रता संधि को पुनर्जीवित करने के लिए वामपंथी दलों की बढ़ती मांगों के साथ रोशनी में आए।
1950 की संधि ने दोनों देशों के बीच संबंधों का आधार बनाया था।
2020 में, लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा सीमावर्ती क्षेत्रों को लेकर भारत और नेपाल के बीच क्षेत्रीय विवाद राजनयिक विवाद में बदल गया।
यह तब हुआ जब भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में स्थित हिंदू पवित्र स्थल कैलाश मानसरोवर तक नई सड़क का उद्घाटन किया, क्योंकि वह सड़क विवादास्पद क्षेत्रों से होकर बहाई गई है। नई दिल्ली के विरोध के बावजूद ओली की नेपाली सरकार ने संसद में संशोधित मानचित्र को पेश किया और उसको मंजूरी दी।
हालांकि भारत परंपरागत रूप से नेपाल का सबसे बड़ा व्यापार और रक्षा भागीदार रहा, बीजिंग ने हाल के वर्षों में नेपाली राजनीति में भारत की प्रतिष्ठित भूमिका को चुनौती दी है:
- 2019 में, नई दिल्ली के स्थान पर बीजिंग नेपाल में शीर्ष निवेशक बना।
- चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 2019 में नेपाल का दौरा करके लगभग दो दशकों के बाद ऐसा करने वाले पहले चीनी नेता बन गए।
- दोनों देश बीजिंग बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआआई) के हिस्से यानी ट्रांस-हिमालयन मल्टी-डायमेंशनल कनेक्टिविटी नेटवर्क के निर्माण में भी सहयोग कर रहे हैं।

लोग प्रचंड को नई राजनीतिक और आर्थिक वास्तविकता के आधार पर भारत-नेपाल के संबंधों में संशोधन करने के समर्थक समझते हैं। उन्होंने दोनों देशों के बीच क्षेत्रीय विवादों के समाधान की अपील भी की है।

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