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राष्ट्रीय मानव तस्करी जागरूकता दिवस: अपराध से लड़ने के 10 तरीके
राष्ट्रीय मानव तस्करी जागरूकता दिवस: अपराध से लड़ने के 10 तरीके
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हर साल लगभग 225 हजार लोग मानव तस्करी के शिकार बनते हैं। बहुत लोगों की तस्करी एशिया से यूरोप में की जाती है, संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ नियंत्रण कार्यक्रम की रिपोर्ट।
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पिछले वर्षों के दौरान ऐसे बच्चों और औरतों की बहुत भयानक कहानियाँ सामने आई हैं जिनकी बिक्री और तस्करी मजबूर श्रम, यौन गुलामी और वेश्यावृत्ति के लिए की गई।भारत में 2020 की तुलना में 2021 में मानव तस्करी के मामलों की संख्या में 28 प्रतिशत वृद्धि हुई। 2020 में 1,714 मामले सामने आए थे।उन पीड़ित लोगों में 2,877 बच्चे थे और 3,656 वयस्क व्यक्ति थे। लेकिन लगभग 6,213 लोग तस्करी करनेवालों से बचाए गए।भारत में 11 जनवरी को राष्ट्रीय मानव तस्करी जागरूकता दिवस मनाया जाता है। Sputnik ने तस्करी विरोधी ऐक्टिविस्ट और इम्पैक्ट एंड डायलॉग फाउंडेशन की संस्थापक पल्लबी घोष से बात की, जिन्होंने दस उपायों का सुझाव दिया जिनकी मदद से मानव तस्करी को कम करना संभव है।मानव तस्करी से लड़ने के लिए दस तरीके 1. विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और जनता में शादी और यौन गुलामी के लिए और अंगों, श्रम, बच्चों सहित सभी प्रकार की तस्करी के बारे में जागरूकता बढ़ाएं;2. स्कूलों और कॉलेजों में तस्करी विरोधी क्लब स्थापित करें, क्योंकि बच्चे अकसर मानव तस्करी के शिकार होते हैं;3. मानव तस्करी पर चर्चा करने के लिए वार्ता और बातचीत आयोजित करें;4. काम करने के लिए गाँव से जाने वाले व्यक्तियों का खयाल रखने के लिए विलिज विजलैन्टी समितियाँ (VVCs) बनाएं;5. गैर-सरकारी संगठनों, नागरिक समाज और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच रवानगी और मंजिल के स्थानों और राह को लेकर केंद्रीकृत नेटवर्क बनाएं जो तस्करी करने वालों की तलाश में मदद देगा;6. जब भी आप कुछ भी खरीदते हैं, चाहे वह कपड़े, सौंदर्य प्रसाधन, आभूषण या भोजन हो, जानें कि क्या इनको बनाने के लिए बाल श्रम का प्रयोग किया जाता है या नहीं;7. उन लोगों से बात करें जो बस स्टेशनों, हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और फेरी टर्मिनलों में काम करते हैं, क्योंकि उन स्थानों से होकर लोगों की तस्करी की जाती है;8. कुलियों और सुरक्षा कर्मचारियों जैसे कर्मचारियों को तस्करी विरोधी जांच और उपायों के बारे में बताएं, क्योंकि जब मानव तस्करी की जाती है वे यह सब से पहले देख सकते हैं;9. तस्करी को रोकने के लिए लड़ते गैर-सरकारी संगठनों के साथ स्वयंसेवक के रूप में काम करें;10. अगर आपको कोई घटना अनोखी लगती है तो रिपोर्ट करें।
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राष्ट्रीय मानव तस्करी जागरूकता दिवस: अपराध से लड़ने के 10 तरीके
19:55 11.01.2023 (अपडेटेड: 20:20 11.01.2023) हर साल दुनिया भर में लगभग 225 हजार लोग मानव तस्करी के शिकार बनते हैं। उन में बहुत लोगों की तस्करी एशिया से यूरोप में की जाती है, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ नियंत्रण कार्यक्रम ने रिपोर्ट की।
पिछले वर्षों के दौरान ऐसे बच्चों और औरतों की बहुत भयानक कहानियाँ सामने आई हैं जिनकी बिक्री और तस्करी मजबूर श्रम, यौन गुलामी और वेश्यावृत्ति के लिए की गई।
भारत में 2020 की तुलना में 2021 में मानव तस्करी के मामलों की संख्या में 28 प्रतिशत वृद्धि हुई। 2020 में 1,714 मामले सामने आए थे।
भारत की राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की नई रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में देश में मानव तस्करी के 2,189 मामले दर्ज किए गए, जिनके शिकार 6,533 लोग हो गए।
उन पीड़ित लोगों में 2,877 बच्चे थे और 3,656 वयस्क व्यक्ति थे। लेकिन लगभग 6,213 लोग तस्करी करनेवालों से बचाए गए।
भारत में 11 जनवरी को राष्ट्रीय मानव तस्करी जागरूकता दिवस मनाया जाता है। Sputnik ने तस्करी विरोधी ऐक्टिविस्ट और इम्पैक्ट एंड डायलॉग फाउंडेशन की संस्थापक पल्लबी घोष से बात की, जिन्होंने दस उपायों का सुझाव दिया जिनकी मदद से मानव तस्करी को कम करना संभव है।
मानव तस्करी से लड़ने के लिए दस तरीके
1. विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और जनता में शादी और यौन गुलामी के लिए और अंगों, श्रम, बच्चों सहित सभी प्रकार की तस्करी के बारे में जागरूकता बढ़ाएं;
2. स्कूलों और कॉलेजों में तस्करी विरोधी क्लब स्थापित करें, क्योंकि बच्चे अकसर मानव तस्करी के शिकार होते हैं;
3. मानव तस्करी पर चर्चा करने के लिए वार्ता और बातचीत आयोजित करें;
4. काम करने के लिए गाँव से जाने वाले व्यक्तियों का खयाल रखने के लिए विलिज विजलैन्टी समितियाँ (VVCs) बनाएं;
5. गैर-सरकारी संगठनों, नागरिक समाज और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच रवानगी और मंजिल के स्थानों और राह को लेकर केंद्रीकृत नेटवर्क बनाएं जो तस्करी करने वालों की तलाश में मदद देगा;
6. जब भी आप कुछ भी खरीदते हैं, चाहे वह कपड़े, सौंदर्य प्रसाधन, आभूषण या भोजन हो, जानें कि क्या इनको बनाने के लिए बाल श्रम का प्रयोग किया जाता है या नहीं;
7. उन लोगों से बात करें जो बस स्टेशनों, हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और फेरी टर्मिनलों में काम करते हैं, क्योंकि उन स्थानों से होकर लोगों की तस्करी की जाती है;
8. कुलियों और सुरक्षा कर्मचारियों जैसे कर्मचारियों को तस्करी विरोधी जांच और उपायों के बारे में बताएं, क्योंकि जब मानव तस्करी की जाती है वे यह सब से पहले देख सकते हैं;
9. तस्करी को रोकने के लिए लड़ते गैर-सरकारी संगठनों के साथ स्वयंसेवक के रूप में काम करें;
10. अगर आपको कोई घटना अनोखी लगती है तो रिपोर्ट करें।